Edited By Jyoti M, Updated: 07 Sep, 2025 12:15 PM

ऊना और हमीरपुर जिलों की सीमा पर आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को खूनी मोड़ के पास कुत्तों के झुंड ने दृष्टिहीन महिला बिल्लो देवी (काल्पनिक नाम) पत्नी रतन चंद की 2 पालतू बकरियों को नोच-नोचकर मार डाला। उस समय उनकी देखभाल पोता...
बिझड़ी, (सुभाष): ऊना और हमीरपुर जिलों की सीमा पर आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को खूनी मोड़ के पास कुत्तों के झुंड ने दृष्टिहीन महिला बिल्लो देवी (काल्पनिक नाम) पत्नी रतन चंद की 2 पालतू बकरियों को नोच-नोचकर मार डाला। उस समय उनकी देखभाल पोता कर्ण कर रहा था। गनीमत रही कि बच्चे को कुत्तों ने नुक्सान नहीं पहुंचाया।
हालांकि घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई है। सूचना मिलते ही पशु चिकित्सक अभिनव सोनी टीम सहित मौके पर पहुंचे। बड़सर पंचायत के उपप्रधान राकेश शर्मा ने बताया कि पीड़ित परिवार अत्यंत निर्धन है और पंचायत हरसंभव मदद उपलब्ध करवाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अक्सर मांस वाले मवेशियों के अवशेष और कूड़ा-कचरा फेंका जाता है जिससे कुत्तों के झुंड इकट्ठे होकर हिंसक हो रहे हैं। ग्रामीणों ने चेताया कि यदि इस पर पाबंदी नहीं लगी तो आने वाले दिनों में बाइक सवार भी बड़े हादसों का शिकार हो सकते हैं।
बालकृष्ण, रामदास, लाला छोटू राम, नरेंद्र कुमार, नरेश कुमार, संजीव शर्मा व अन्य लोगों ने विभाग से आवारा कुत्तों की समस्या का जल्द समाधान करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। पशु विभाग प्रमुख बड़सर संजय गुप्ता ने आश्वासन दिया कि परिवार को विभागीय मुआवजा प्रदान किया जाएगा और पंचायत के सहयोग से आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के कदम उठाए जाएंगे। पंचायत उपप्रधान राकेश शर्मा ने लोगों से अपील की कि वे अपने पालतू कुत्तों को खुले में न छोड़ें क्योंकि आवारा कुत्ते किसी भी समय किसी को भी शिकार बना सकते हैं।