Edited By Jyoti M, Updated: 17 Sep, 2025 03:07 PM

हिमाचल प्रदेश इस वक्त कुदरत के कहर से जूझ रहा है। यहां लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा से राज्य को भारी नुकसान पहुंचा है, खासकर सड़कों और हाईवे का संपर्क टूट गया है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश इस वक्त कुदरत के कहर से जूझ रहा है। यहां लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा से राज्य को भारी नुकसान पहुंचा है, खासकर सड़कों और हाईवे का संपर्क टूट गया है।
सैंज घाटी के रैला और रैला-2 गांवों में हालात बेहद खराब हैं। यहां मुख्य सड़कें और पैदल रास्ते बुरी तरह से टूट गए हैं, जिससे लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। प्रशासन ने अभी तक इन रास्तों को ठीक करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।
इन गांवों में खाने-पीने की चीजों की भारी कमी है। जिससे लोगों को 20 किलोमीटर दूर सैंज से जान जोखिम में डालकर राशन लाना पड़ रहा है। यहां तक कि मरीजों को भी कुर्सी पर बैठाकर सैंज तक ले जाना पड़ रहा है। तेज बुखार से पीड़ित भूपन गांव की तेजी देवी और मझान गांव की भीमा देवी को इसी तरह से सैंज ले जाया गया। लोग जल्द से जल्द राहत और बचाव कार्य शुरू करने की मांग कर रहे हैं ताकि हालात सामान्य हो सकें।