Edited By Updated: 28 May, 2016 11:34 AM
हिमाचल के चंबा जिले में 108 एंबुलैंस सेवा मुहैया करवाने वाली कंपनी लोगों की जान को खतरे में डालने का काम कर रही है। इसका प्रमाण यह है कि...
चंबा: हिमाचल के चंबा जिले में 108 एंबुलैंस सेवा मुहैया करवाने वाली कंपनी लोगों की जान को खतरे में डालने का काम कर रही है। इसका प्रमाण यह है कि जिला मुख्यालय में मौजूद 108 एंबुलैंसों में ऑक्सीजन की कोई व्यवस्था नहीं है, ऐसे में अगर किसी समय रोगी को ले जाते समय बीच राह में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाए तो फिर उसका भगवान की मालिक है। नि:संदेह यह लापरवाही किसी भी रोगी के जीवन पर भारी पड़ सकती है, ऐसे में जिला प्रशासन इस बात पर अपनी गंभीरता दिखाए।
इस सेवा को सुचारू बनाने वाले कंपनी के कर्मियों का कहना है कि वे इस बारे में कंपनी को कई बार बता चुके हैं लेकिन कंपनी अपनी इस खामी को दूर करने में कोई रुचि नहीं दिखा रही है। इससे यह साफ होता है कि यह कंपनी लोगों की सेवा के नाम पर महज अपनी कमाई करने में अधिक रुचि दिखा रही है।
गौरतलब है कि जिला मुख्यालय में अगर किसी व्यक्ति को उपचार के लिए टांडा मैडीकल कॉलेज रैफर किया जाता है तो इस दूरी को तय करने में कम से कम 5 घंटे का समय लगता है। गाड़ियों में ऑक्सीजन के सिलैंडरों को लगाने की व्यवस्था तो की गई है लेकिन वहां पर सिलैंडर नहीं लगाए गए हैं, ऐसे में किसी भी व्यक्ति के जीवन पर कंपनी की यह कंजूसी भारी पड़ सकती है। लोगों ने इस बारे में जिला स्वास्थ्य विभाग को भी कड़े कदम कंपनी के खिलाफ उठाने की मांग की है।