Edited By Updated: 01 Oct, 2016 05:17 PM
नवरात्रों के पहले दिन हिमाचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में जनसैलाब उमड़ा आया है। मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना व हवन करने के बाद झंडा चढ़ाने को रस्म अदा की गई।
नवरात्रों के पहले दिन हिमाचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में जनसैलाब उमड़ा आया है। मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना व हवन करने के बाद झंडा चढ़ाने को रस्म अदा की गई। दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए पहुंच हिमाचल के प्रसिद्ध मंदिरों में पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार श्रद्धालु, मां को नारियल और हलवा नहीं चढ़ा पा रहे हैं। सुरक्षा कारणों की वजह से प्रशासन ने मंदिरों में नारियल और हलवा चढ़ाने पर बैन लगा दिया है। आइए आपको बताते हैं कि हिमाचल में किस तरह से भक्तों का तांता लगा हुआ है।
नयनादेवी मंदिर
नवरात्र विख्यात तीर्थ स्थल नयनादेवी में शनिवार से शुरू हो गए हैं। इस बारे में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं। हर साल भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। नवरात्र के मौके पर मां के दरबार को सजाया गया है तथा श्रद्धालुओं की श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए मंदिर के सभी कर्मचारियों को अपनी-अपनी ड्यूटी निभाने को कहा है। नयनादेवी पुलिस के डीएसपी बलदेव दत्त ने बताया कि इस बार करीब 350 पुलिस के जवान सेवाएं दे रहे हैं। हर सेक्टर में सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सुबह 8 से शाम 7 बजे तक रज्जुमार्ग को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है।
ज्वालामुखी मंदिर
ज्वालामुखी मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ मंदिर में नवरात्रों का शुभारंभ किया गया। मंदिर सह आयुक्त एवं एसडीएम ज्वालामुखी संजीव शर्मा ने जानकारी दी कि नवरात्रों के दौरान सुरक्षा, पेयजल, लंगर व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर प्रबंध किए गए हैं ताकि मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न उठानी पड़े। सुरक्षा को देखते हुए नवरात्रों के दौरान ज्वालामुखी व आसपास के क्षेत्रों में एहतियातन धारा 144 लागू रहेगी व किसी प्रकार का शस्त्र लाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने बताया कि नवरात्रों के दौरान सभी भक्तों को सुरक्षा जांच के बाद ही लाइनों के माध्यम से दर्शनों के लिए मंदिर में प्रवेश दिया गयआ।
चिंतपूर्णी मंदिर
चिंतपूर्णी मंदिर देश के 51 शक्ति पीठों में से एक है। चिंतपूर्णी शक्तिपीठ में नवरात्रों को लेकर काफी धूम देखने को मिल रही है। चिंतपूर्णी मंदिर में भी नवरात्रों पर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। साथ ही श्रद्धालुओं के खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। देश विदेश से श्रद्धालु चिंतपूर्णी मंदिर में माथा टेकने को पहुंच रहे हैं।
शक्तिपीठ त्रिलोकपुर मंदिर
शारदीय नवरात्रों के पहले दिन उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महामाया माता बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है। आज 4:00 बजे श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोले गए। डीसी सिरमौर और आयुक्त मंदिर न्यास बीसी बडालिया ने मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना व हवन करने के बाद झंडा चढ़ाने को रस्म अदा की। माता बाला सुंदरी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु रात 1:00 बजे से ही कतारों लगने शुरु हो गए थे जिसे माता के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था का अंदाजा लगाया सकता है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए है। सुरक्षा के मद्देनजर यहां करीब 450 जवान तैनात किए गए हैं। गौर हो कि त्रिलोकपुर में आज शुरू हुआ नवरात्र मेला आगामी 15 अक्टूबर तक चलेगा। नवरात्र मेले के दौरान शक्तिपीठ त्रिलोकपुर में न केवल हिमाचल बल्कि बाहरी राज्यों हरियाणा, पंजाब, दिल्ली उत्तराखंड सहित कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
चामुंडा देवी मंदिर
चामुंडा देवी में भक्तों की अपार श्रद्धा है। नवरात्रों पर सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। दूर-दूर से श्रद्धालु यहां देवी के दर्शन के लिए आ रहे हैं।