Edited By Updated: 29 Jun, 2016 08:56 AM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सलाह का उनके सहयोगी मंत्रियों पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा।
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की सलाह का उनके सहयोगी मंत्रियों पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा। भले ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कई बार अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों को कह चुके हैं कि वे सप्ताह में कम से कम 3 दिन प्रदेश सचिवालय में बैठें लेकिन इस पर उनके सहयोगी मंत्री खरे नहीं उतर रहे हैं।
मंत्रियों के सचिवालय में न बैठने से अधिकारियों को भी समय रहते काम निपटाने में देरी होती है। मुख्यमंत्री के टूअर पर जाने के साथ ही सचिवालय से मंत्री भी गायब हो जाते हैं। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने का मिला। इसके तहत सचिवालय में दोपहर तक इक्का-दुक्का मंत्री ही अपने कार्यालय में मौजूद थे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने अपने सहयोगी मंत्रियों को सचिवालय में बैठने की सलाह देते हुए कहा था कि मंत्रियों के बाहर होने से जनता में यह संदेश जाता है कि सरकार मोबाइल की तरह काम कर रही है। ऐसे में उन्होंने मंत्रियों को कम से कम 3 दिन सचिवालय में बैठने की सलाह दी थी।