Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Nov, 2017 02:48 PM
जनजातीय जिला किन्नौर में एक 11वीं के छात्र के इस कारनामे ने सबको हैरान कर दिया है। बता दें कि गांव में अकसर बिजली बंद रहने से लोग बहुत परेशान रहते थे। इसी के चलते छात्र हर्षल रत्न विक्रमादित्य ने जूतों से ही बिजली तैयार कर दी। हर्शल सरकारी स्कूल...
किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में एक 11वीं के छात्र के इस कारनामे ने सबको हैरान कर दिया है। बता दें कि गांव में अकसर बिजली बंद रहने से लोग बहुत परेशान रहते थे। इसी के चलते छात्र हर्षल रत्न विक्रमादित्य ने जूतों से ही बिजली तैयार कर दी। हर्षल सरकारी स्कूल कानम का छात्र है।
कंप्यूटर की पुरानी हार्ड डिस्क से पैदा कर दिखाई बिजली
बताया जाता है कि उसने कंप्यूटर की पुरानी हार्ड डिस्क को तोड़कर जूतों में फिट होने वाला एक डिवाइस तैयार किया है। उसने बताया कि पैदल चलते समय जैसे ही भार जूते में लगे डिवाइस पर पड़ता है तो उसके दबाव से बिजली पैदा होने लगती है। इतना ही नहीं इस बिजली को पावर बैंक में इक्ट्ठा करके मोबाइल चार्ज किया जा सकता है।
नौणी विश्वविद्यालय सोलन में प्रदर्शित किया गया बाल वैज्ञानिक का मॉडल
इस बाल वैज्ञानिक का मॉडल इन दिनों नौणी विश्वविद्यालय सोलन में प्रदर्शित किया गया है। उसके इस मॉडल की लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं। पूरे हिमाचल से 800 बाल वैज्ञानिक अपने शोध मॉडलों को लेकर यहां पहुंचे हुए हैं।