Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Dec, 2017 07:50 PM
सहकारी सभा के डिपुओं में घोटाले करने वालों ने शिकंजा कसते हुए संपत्ति की नीलामी कर रहा है। इसी कड़ी में घोटाले पर सहकारिता विभाग ने जिला कांगड़ा की फतेहपुर सहकारी सभा के सचिव की संपत्ति की नीलामी करके 21 लाख 30 हजार रुपए की धनराशि वसूल ली है। इस...
धर्मशाला : सहकारी सभा के डिपुओं में घोटाले करने वालों ने शिकंजा कसते हुए संपत्ति की नीलामी कर रहा है। इसी कड़ी में घोटाले पर सहकारिता विभाग ने जिला कांगड़ा की फतेहपुर सहकारी सभा के सचिव की संपत्ति की नीलामी करके 21 लाख 30 हजार रुपए की धनराशि वसूल ली है। इस मामले में 10 साल से भी ज्यादा समय पहले हुए इस घोटाले में ब्याज सहित धनराशि एक करोड़ पहुंच गई है और विभाग इस राशि को वसूलने के लिए तत्कालीन मैनेजिंग कमेटी के सदस्यों पर भी गिर सकती है। फिलहाल अभी शुरूआती दौर में सहकारिता विभाग के उप पंजीयक ने इस मामले में सचिव की संपत्ति को कुर्क किया है और इससे 21 लाख 30 हजार रुपए की धनराशि को वसूल कर लिया है।
यह है मामला
इस संदर्भ में सहकारिता विभाग के उप पंजीयक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 वर्ष से भी ज्यादा समय पहले प्राथमिक कृषि सहकारी सभा फतेहपुर में घोटाला हुआ था, जो पकड़ में जाने पर पाया गया कि घोटाले में उपभोक्ताओं की जमा धनराशि का दुरुपयोग किया गया है। इस पर बकायदा विभागीय जांच शुरू हुई और अब उप पंजीयक इस पर मामले पर कार्रवाई का डंडा चलाते हुए सचिव की संपत्ति को कुर्क किया है।
सभा के सदस्यों पर भी गिरेजी गाज
इसके अतिरिक्त उप पंजीयक कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में ब्याज समेत एक करोड़ पहुंची धनराशि की रिकवरी के लिए जल्द ही घोटाले के समय की मैनेजिंग कमेटी के सदस्यों पर भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अधिकारियों की माने तो इसके लिए सभा के सभी सदस्यों एक अवसर दिया जाएगा, जिससे वह अपने स्तर पर ही बकाया धनराशि का भुगतान करें नहीं तो उन पर गाज गिर सकती है। इसमें विभाग द्वारा सभा के सदस्यों की संपत्ति को भी नीलाम करके रिकवरी की जाएगी।
घोटाले को लेकर की गई संपत्ति नीलाम
सुधीर कटोच, उप पंजीयक सहकारिता विभाग, धर्मशाला ने बताया कि सहकारी सभा में हुए घोटाले के मामले में सचिव की संपत्ति को नीलाम किया गया है और इससे 21 लाख 30 हजार रुपए की धनराशि वसूल हो पाई है। शेष धनराशि की रिकवरी के लिए सभा के उस समय के मैनेजिंग कमेटी के सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, ताकि रिकवरी की जा सके।