Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Oct, 2017 09:48 AM
शिमला जिले के ठियोग-कुमारसेन विधानसभा हलके को लेकर सस्पेंस काफी हद तक दूर हो गया है। यहां से विधायक व बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स के अपनी सीट को वीरभद्र सिंह के लिए छोड़ने और फिर हाईकमान द्वारा सीएम को अर्की से चुनाव लड़ाने के बाद पैदा हुई असमंजस...
शिमला (राजीव): शिमला जिले के ठियोग-कुमारसेन विधानसभा हलके को लेकर सस्पेंस काफी हद तक दूर हो गया है। यहां से विधायक व बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स के अपनी सीट को वीरभद्र सिंह के लिए छोड़ने और फिर हाईकमान द्वारा सीएम को अर्की से चुनाव लड़ाने के बाद पैदा हुई असमंजस की स्थिति अब दूर हो रही है। ठियोग-कुमारसेन के पार्टी नेताओं और पंचायत प्रधानों के दवाब के आगे स्टोक्स का रुख नरम पड़ता दिख रहा है। यह प्रबल संभावना है कि स्टोक्स ही ठियोग-कुमारसेन से चुनावी समर में उतरेगी।
ठियोग-कुमारसेन से चुनाव में उतरे स्टोक्स
गुरुवार को वीरभद्र के निजी आवास हाॅलीलाज में आए क्षेत्र के कांग्रेसजनों ने उनसे दो टूक कहा कि या तो सीएम ठियोग-कुमारसेन से लड़ें या फिर स्टोक्स को चुनाव में उतारा जाए। यह गुहार एचपीएमसी के उपाध्यक्ष प्रकाश ठाकुर, एसआईडीसी के उपाध्यक्ष अतुल शर्मा, जिला शिमला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष यशवंत छाजटा की अगुवाई में आए सैकड़ों लोगों ने लगाई। इस पर वीरभद्र ने स्टोक्स से आग्रह किया कि वे ही ठियोग-कुमारसेन से चुनाव में उतरे।
अभी नहीं करेगी नामांकन पत्र दाखिल
मौके पर उमड़े जनसमूह को देख स्टोक्स ने भी इस पर हामी भरी है लेकिन उन पर परिवार का दवाब भी है कि अब चुनाव नहीं लड़ना है। ऐसे में देखना है कि स्टोक्स जनभावनाओं को सम्मान देते हुए चुनान में उतरती हैं या फिर चुनावी राजनीति से रिटायरमेंट लेती हैं। हालांकि स्टोक्स ने बाद में कहा कि उनका अंतिम ठिकाना वीरभद्र सिंह है।उन्होंने उनसे कहा है कि वे दो जगह से चुनाव लड़ें लेकिन बाद में स्टोक्स से पूछा गया कि वे कब नामांकन पत्र दाखिल करेंगी तो उन्होंने कहा कि वे देखेंगे कि कब भरना है। ऐसे में अब यह तय है कि स्टोक्स ही अब ठियोग-कुमासेन से चुनाव में उतरेगी।