हिमाचल में इतने फीसदी युवा मतदाता निभाएंगे गेम चेंजर की भूमिका

Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Oct, 2017 12:26 AM

so many percentage of young voters will play role of game changer in himachal

हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 12 हजार युवा मतदाता लोकतंत्र के इस महापर्व में पहली बार आहुति डालने को तैयार हैं।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 12 हजार युवा मतदाता लोकतंत्र के इस महापर्व में पहली बार आहुति डालने को तैयार हैं। बालिग हुए इन युवाओं के वोट पहली बार बने हैं। इनके अलावा अन्य युवा वोटरों की भी विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका रहने वाली है चूंकि प्रदेश में 18 से 40 साल की आयु वर्ग के 50.60 फीसदी वोटर हैं जबकि 41 से 60 साल की उम्र के 32.91 फीसदी वोटर और 61 वर्ष से अधिक आयु के 16.47 फीसदी वोटर हैं। जाहिर है कि किसी भी दल की जीत-हार का फैसला युवा मतदाता ही करेंगे।

विजन डॉक्यूमैंट व घोषणा पत्र में हो सकते हैं लोक-लुभावन वायदे
स्वाभाविक है कि भारतीय जनता पार्टी के आज जारी होने वाले विजन डॉक्यूमैंट और कांग्रेस व माकपा के चुनावी घोषणा पत्र में युवाओं के लिए कई लोक-लुभावन वायदे हो सकते हैं। जिस तरह से वर्ष 2012 में कांग्रेस ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा चुनावी घोषणा पत्र में करके सत्ता कब्जाई थी। ठीक उसी तरह के वायदे इस बार भी कांग्रेस-भाजपा के विजन डॉक्यूमैंट व घोषणा पत्र में देखने को मिल सकते हैं।

प्रदेश में बेरोजगारों का आंकड़ा 13 लाख पार 
गौरतलब है कि युवाओं में ज्यादातर वोटर ऐसा होता है जो किसी भी दल के साथ नहीं जुड़ा होता। ऐसा युवा चुनाव में डिसाइडिंग फैक्टर की भूमिका निभाएगा चूंकि रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं। उद्योगों में भी प्रदेश के कामगारों को नौकरी देने में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। यही वजह है कि छोटे से प्रदेश में बेरोजगारों का आंकड़ा 13 लाख पार कर गया है। 18 से 25 साल तक का युवा अच्छी शिक्षा के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों में बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं चाहता है जबकि 25 साल से अधिक आयु का युवा रोजगार चाहता है। प्रदेश में 41 साल से अधिक आयु वर्ग के 24 लाख, 63 हजार 910 वोटर हंै। इस आयु वर्ग के लोगों के बारे में ये कहा जाता है कि ज्यादातर लोग किसी न किसी दल विशेष के साथ जुड़े रहते हैं। ऐसे लोगों पर चुनावी घोषणा पत्र भी ज्यादा असर नहीं डालता है।

क्षेत्रफल के हिसाब से शिमला सबसे छोटा विधानसभा हलका
प्रदेश में क्षेत्र के हिसाब से सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र लाहौल-स्पीति है। लाहौल-स्पीति का क्षेत्रफल 13835 वर्ग किलोमीटर है जबकि सूबे के 68 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे छोटा हलका शिमला है। शिमला का क्षेत्रफल 27 वर्ग किलोमीटर है। मतदाताओं की संख्या के लिहाज से लाहौल-स्पीति सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है। यहां पर केवल 22,995 मतदाता हैं जबकि प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा हलका सुलह है। सुलह में 95,064 वोटर हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!