Edited By Updated: 22 Jul, 2016 12:23 PM
रील लाइफ नहीं यह रियल लाइफ का बंजारा मेला है। रंग बिरंगे परिधानों में सजे ये बंजारे देश भर के अलग-अलग हिस्सों से...
नैनादेवी (मुकेश गौतम): रील लाइफ नहीं यह रियल लाइफ का बंजारा मेला है। रंग बिरंगे परिधानों में सजे ये बंजारे देश भर के अलग-अलग हिस्सों से मां नैना देवी के मंदिर में इकट्ठा हुए हैं। 2 दिन के लिए नैनादेवी में लगे इस मेले में मां नैना देवी के दर्शन करने के बाद बंजारा समुदाय के लड़के-लड़कियां जीवनसाथी पसंद करते हैं।
बंजारों का ये मेला लगभग 30-40 बरसों से लगातार नैना देवी में हर साल लगता है। जिसमें ये लोग मां के दर्शन कर अपने जीवन साथी की तलाश को पूरा करते हैं। बंजारों का न कोई ठौर-ठिकाना होता है, ना ही घर-द्वार। नैनादेवी में हर साल समुदाय के लोग मेले में यूं ही इकट्ठा होते हैंं। बंजारों का ये मेला इनकी प्राचीन संस्कृति की धरोहर भी है।