Edited By Updated: 24 Jul, 2016 01:51 PM
हिमाचल में युवाओं के लिए अच्छी खबर है। बता दें कि अब युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए शुरू में ही चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होगी।
शिमला: हिमाचल में युवाओं के लिए अच्छी खबर है। बता दें कि अब युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए शुरू में ही चरित्र प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होगी। एक निर्धारित प्रपत्र पर स्वघोषणा के बाद नियुक्ति पत्र मिल जाएगा। बाद में संबंधित विभाग अपने स्तर पर इसकी वेरिफिकेशन करेगा।
जानकारी के मुताबिक अगर कर्मचारी ने गलत घोषणा की तो उसका नियुक्ति पत्र रद्द हो जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव तरुण श्रीधर ने इस संबंध में सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्डों-निगमों के प्रबंध निदेशकों, राज्य लोक सेवा आयोग, राज्य कर्मचारी चयन आयोग समेत तमाम सरकार एवं स्वायत्त इकाइयों को सरकारी निर्देश जारी कर दिए हैं। इन निर्देशों के अनुसार उम्मीदवार का चरित्र सत्यापन बाद में किया जाएगा, लेकिन इस सत्यापन के लंबित होने की स्थिति में नियुक्ति पत्र पर रोक लगाने की जरूरत नहीं होगी।
अस्थाई नियुक्ति पत्र में साफ तौर पर दर्शाया गया होगा कि यदि उम्मीदवार ने निजी हलफनामे या घोषणा में चरित्र सत्यापन संबंधी कोई गलत सूचना दी है तो अस्थाई नियुक्ति पत्र तत्काल रद्द कर दिया जाएगा। उसके बाद आपराधिक और कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।