Edited By Ekta, Updated: 23 May, 2018 04:07 PM
शिमला दौरे के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक 9वीं क्लास की स्कूली छात्रा ने वीवीआईपी की आवाजाही से परेशान होकर एक खुली चिट्ठी लिखी। बताया जा रहा है कि यह चिट्ठी शिमला के ही तारा हॉल स्कूल की आजाद नाम की छात्रा ने लिखी है। इस छात्रा ने इसमें...
शिमला: शिमला दौरे के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक 9वीं क्लास की स्कूली छात्रा ने वीवीआईपी की आवाजाही से परेशान होकर एक खुली चिट्ठी लिखी है। बताया जा रहा है कि यह चिट्ठी शिमला के ही तारा हॉल स्कूल की आजाद नाम की छात्रा ने लिखी है। इस छात्रा ने इसमें लिखा है कि देश के प्रथम नागरिक होने के कारण आपको कई सुविधाएं हासिल हैं, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत जब इन पर अमल किया जाता है तो इसका खामियाजा आम लोगों को खासकर मुझ जैसे स्कूली बच्चों को भुगतना पड़ता है।
सार्वजनिक सड़कों से आपकी आवाजाही से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वीवीआईपी चाहें तो कल्याणी हैलिपैड से अन्नाडेल तक पहुंच सकते हैं। इससे हमारी जिंदगी आसान हो जाएगी, लेकिन वह इसका इस्तेमाल नहीं करते। उसने कहा कि मंगलवार को आपके आने-जाने का समय स्कूल में जाने के लिए रुकावट बन गया।
डिप्टी कमिश्नर ने आपके आने से स्कूल की 1.30 बजे ही छुट्टी कर दी। इससे कई परिजनों को बच्चों को स्कूल से एक घंटा पहले लेने आना पड़ा। जिससे काफी परेशानी हुई। उसने चिट्ठी के आखिर में लिखा कि मुझे उम्मीद है कि आप हमारी समस्या को समझेंगे और ऐसे कदम उठाएंगे, जिसे प्रयोग में लाना ना तो हमारे और न ही जिला प्रशासन बल्कि आपके ही हाथ में है। वहीं रामनाथ कोविंद ने छात्रा द्वारा लिखी खुली चिट्ठी के बाद माफी मांगी और कहा कि राष्ट्रपति होने के नाते अपनी खुद की चीजें हैं लेकिन मैं आपके जैसा आम आदमी हूं।