Edited By Updated: 18 Apr, 2016 02:48 PM
डलहौजी में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं जिससे शिक्षा विभाग पूरी तरह से सुर्खियों में आ गया है।
डलहौजी (बॉबी सिंह): डलहौजी में हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं जिससे शिक्षा विभाग पूरी तरह से सुर्खियों में आ गया है। नए मामले में इस साल भी बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को गलत जानकारी पढ़ाने की तैयारी कर ली है। हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिला में बहने वाली रावी नदी अब मंडी व किन्नौर में भी बहने लगी है। जी हां, यह सच है लेकिन ऐसा हम नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश का शिक्षा बोर्ड कह रहा है।
शिक्षा बोर्ड की 5वी कक्षा की एक किताब में यह जानकारी दी गई है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत 5वीं क्लास के नौनिहालों को नि:शुल्क मिलने वाली किताब में यह गलत जानकारी प्रकाशित की गई है। इसके बाद से जिला चंबा सहित प्रदेश भर के हजारों नौनिहाल असमंजस में हैं। चंबा जिला में ही 1168 प्राथमिक स्कूल है जिनमें पढ़ने वाले बच्चों की संख्या हजारों में हैं। वहीं, अभिभावक भी हैरत में हैं खासकर जिला चंबा के जहां पर यह रावी नदी बहती है।
शिक्षा विभाग की लापरवाही से 5वीं कक्षा की पर्यावरण अध्ययन की पुस्तक में यह गलत जानकारी प्रकाशित की गई है। उक्त किताब के पेज नम्बर 48 में प्रदेश की प्रमुख नदियों पर बने बांधों की जानकारी दी गई है। इसमें लारजी बांध को रावी नदी पर बना बताया गया है। इसके साथ ही कड़छम वांगतू परियोजना को भी रावी नदी पर ही बना बताया गया है। जबकि 1000 मेगावाट की ये परियोजना किन्नौर जिले में सतलुज नदी पर बनी है। जेपी इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित ये परियोजना निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है। शिक्षा विभाग के किसी भी पदाधिकारी की नजर अबतक इस पर या तो नहीं गयी है या फिर जानकारी के बावजूद इस पर संज्ञान नहीं लिया जा रहा बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में बच्चे क्या पढ़ रहे हैं, बच्चे किताबों से जो पढ़ रहे हैं वो सही है या गलत।
इससे विभाग के अधिकारियों को कोई मतलब नहीं है। गौरतलब है कि पिछले साल भी इस तरह की गलत जानकारी किताबों में प्रकाशित की गई थी और इस साल भी वही गलती दोहराई गई है व पिछले साल से प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में घटिया प्रिंटिंग गुणवत्ता के लिए व किताबें देरी से पहुंचने से शिक्षा बोर्ड पहले से ही सवालों के घेरे में है। अब सवाल यह उठता है कि क्या परदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चो को इसी तरह गलत जानकारिया दी जाएंगी या दुबारा नई किताबें भेजी जाएंगी।
स्कूली बच्चों का कहना है कि हमारी पर्यावरण की किताब गलत छपी है और उसमें नदियों बांधों के बारे में बताया गया है, रावी नदी चंबा में बहती हैं उसे मंडी ओर किन्नौर में दर्शाया गया हैं। जबकि ये गलत है हम चाहते हैं कि इसे ठीक किया जाए ताकि हम सही किताब पढ़ सके।चंबा जिला के उप शिक्षा निदेशक से बात की तो उन्हें इसके बारे में जानकारी ही नहीं है इसके बारे में अपने बताया हम इसके बारे में पूरी जांच करवाएंगे और इसकी जानकारी बोर्ड को दी जाएगी ताकि ये गलती सुधार के बच्चों को सही जानकारी मुहैया कारवाई जाए।