Edited By kirti, Updated: 01 Apr, 2019 05:13 PM
कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद आश्रय शर्मा मंगलवार को अपने घर पंहुचेंगे। कांग्रेस पार्टी ने सलापड़ पुल से लेकर मंडी तक उनके जोरदार स्वागत की तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन दूसरी तरफ उनके पिता अनिल शर्मा इस स्वागत से दूर रहेंगे। बीजेपी विधायक...
मंडी(नीरज) : कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद आश्रय शर्मा मंगलवार को अपने घर पंहुचेंगे। कांग्रेस पार्टी ने सलापड़ पुल से लेकर मंडी तक उनके जोरदार स्वागत की तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन दूसरी तरफ उनके पिता अनिल शर्मा इस स्वागत से दूर रहेंगे। बीजेपी विधायक और सरकार में मंत्री होने के कारण अनिल शर्मा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह न तो अपने बेटे के लिए प्रचार करेंगे और न ही उनका स्वागत।
उन्होंने कहा कि हमारा एक ही परिवार है और घर पर जब मुलाकात होगी तो एक पिता के नाते अपने बेटे को आशीर्वाद भी देंगे और शुभकामनाएं भी। अनिल शर्मा ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि उनके बेटे और पिता ने अपनी इच्छा से कांग्रेस का दामन थामा है जबकि इसमें उनका कोई योगदान नहीं। उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम की इच्छा है कि वह अपने पोते को राजनीति की बुलंदियों पर पहुंचाए और इस दिशा में दोनों अपना कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक अजीब सी स्थिति है जब वह खुद भाजपा में हैं और पिता व बेटा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम ने जनता के लिए काम किया है और उसी के आधार पर अब दोनों जनता के बीच जाने वाले हैं। बता दें कि अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा और पिता पंड़ित सुखराम ने पिछले दिनों ही कांग्रेस में वापसी की है। वहीं आश्रय शर्मा को मंडी लोकसभा सीट से भी टिकट मिल गया है।