Edited By Vijay, Updated: 03 Mar, 2019 04:44 PM
World Hearing Day के अवसर पर शिमला में राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन और स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला द्वारा ‘‘चैक योर हियरिंग’’ विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान नई दिल्ली के रिहैविलिटेशन...
शिमला (योगराज): World Hearing Day के अवसर पर शिमला में राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन और स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला द्वारा ‘‘चैक योर हियरिंग’’ विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान नई दिल्ली के रिहैविलिटेशन यूनिट स्पीच एंड हियरिंग के पूर्व चेयरमैन डॉ. ब्रिज मोहन अबरोल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने बताया कि आज के समय में चिकित्सा विज्ञान ने सुनाई न देना की बीमारी से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए नई-नई तकनीकों की खोज कर ली है और ऐसे बच्चों की बीमारी का समय पर पता चलने पर सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है ताकि ऐसे बच्चे एक सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लडऩे के लिए हमें आज के समय में अपने समाज में जागरूकता लानी होगी ताकि इस बीमारी को समाप्त किया जा सके।
बीमारी से जुड़ी जानकारी का प्रचार-प्रसार करना कार्यक्रम का उद्देश्य
वहीं हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वल्र्ड हियरिंग डे पर इस कार्यक्रम को आयोजित करवाने का उद्देश्य आम लोगों के बीच इस बीमारी से जुड़ी जानकारी का ज्यादा से जयादा प्रचार-प्रसार करना है। माता-पिता को इस बीमारी से ग्रसित बच्चों की समय पर पहचान और जांच करवानी चाहिए, जिससे बीमारी का समय पर इलाज किया जा सके।