Edited By Vijay, Updated: 06 Jun, 2018 06:30 PM
शराब के ठेके खोलने को लेकर जहां प्रदेश के कई स्थानों पर हंगामे चल रहे हैं, वहीं बुधवार को सुबह के समय उपनगर संजौली के चलौंठी में खुले शराब के ठेके को लेकर महिलाएं भड़क गईं।
शिमला: शराब के ठेके खोलने को लेकर जहां प्रदेश के कई स्थानों पर हंगामे चल रहे हैं, वहीं बुधवार को सुबह के समय उपनगर संजौली के चलौंठी में खुले शराब के ठेके को लेकर महिलाएं भड़क गईं। महिलाओं ने ठेके के बाहर जमकर नारेबाजी की। ठेका बंद करवाने के विरोध में महिला पुलिस व स्थानीय महिलाओं के बीच जमकर हंगामा हुआ। महिलाओं के मुंह से तो सिर्फ इतने ही शब्द निकल रहे थे कि शराब के ठेके को बंद करो। इस दौरान पहले तो शराब के ठेके को बंद नहीं किया जा रहा था लेकिन बाद में जब महिलाएं आंदोलन पर उतर गईं तो पुलिस को ठेके का शटर बंद करना पड़ा। महिलाओं ने यह भी तय कर लिया था कि ठेके को बंद करवाकर ही रहेंगी। चाहे उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े।
मांगा था पानी प्रशासन ने दे दिया शराब का ठेका
महिलाओं ने कहा कि चलौंठी में हमने पानी मांगा था लेकिन प्रशासन ने पानी की जगह पर शराब का ठेका दे दिया। धरने के दौरान जब महिलाओं ने हंगामा शुरू किया तो सूचना मिलते ही डी.एस.पी. दिनेश व एस.डी.एम. नीरज चांदला भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने जनता को फौरी राहत देते हुए शराब के ठेके का शटर बंद करवाया। तब जाकर महिलाएं शांत होती नजर आईं। अगर ठेके का शटर बंद न किया होता तो महिलाएं उग्र आंदोलन करने को भी तैयार थीं।
दवाइयों की दुकान की जगह खोला जा रहा था ठेका
महिलाओं का यह भी कहना था कि दवाइयों की दुकान की जगह पर यह शराब का ठेका खोला जा रहा था, जिससे पूरे चलौंठी में बच्चे भी नशे की चपेट में आ सकते थे। मौके पर एस.डी.एम. ने कहा कि ठेके के मालिक को 2 जून को ठेके खोलने की अनुमति मिली है। उन्होंने कहा कि मामला एक्साइज विभाग को भेज दिया है। इस दौरान नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने भी ठेके को बंद करवाने को लेकर आवाज उठाई और ठेके को बंद करवाया।
क्या बोलीं वार्ड की पार्षद
वार्ड की पार्षद सत्या कौंडल ने कहा कि सेब की दवाइयों की दुकान खोलने के लिए 100 मीटर दूरी होने का प्रमाण पत्र दिया गया था लेकिन अब यहां पर शराब का ठेका खोला गया है जिस पर आपत्ति जताई गई है। पार्षद ने कहा कि यहां पर शराब का अवैध ठेका खोला गया है जिसे शिक्षा मंत्री के आदेशों के बाद बंद करवा दिया गया है। मौके पर स्थानीय लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस की कार्रवाई जारी
डी.एस.पी. शिमला दिनेश शर्मा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने ठेके का विरोध किया और ठेके के बाहर नारेबाजी भी की, ऐसे में पुलिस को ठेका बंद करवाना पड़ा। यह मामला एक्साइज विभाग के ध्यान में लाया गया था। फिलहाल इसको लेकर पुलिस की कार्रवाई जारी है।
किसी अन्य जगह पर ठेका खोले एक्साइज विभाग
एस.डी.एम. शिमला शहरी नीरज चांदला ने कहा कि एक्साइज विभाग को अवगत करवाया गया है कि इस ठेके को किसी अन्य जगह पर खोला जाए। जनता के कहने पर फिलहाल ठेके को बंद करवा दिया गया है। हमने मौके का दौरा किया और जनता को शांत करवाया।