Edited By Vijay, Updated: 06 Oct, 2018 08:39 PM
पुलिस थाना इंदौरा के अंतर्गत मंड क्षेत्र में शनिवार को एक फिर पराल गांव की महिलाओं ने देर शाम क्रशर की गाडिय़ों को रोका। मामला बिगड़ता देख टिप्पर चालक ने इसकी सूचना अपने मालिक को दी, जिस पर मालिक ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसकी सूचना पुलिस...
इंदौरा (अजीज): पुलिस थाना इंदौरा के अंतर्गत मंड क्षेत्र में शनिवार को एक फिर पराल गांव की महिलाओं ने देर शाम क्रशर की गाड़ियों को रोका। मामला बिगड़ता देख टिप्पर चालक ने इसकी सूचना अपने मालिक को दी, जिस पर मालिक ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मुख्य आरक्षी विपिन शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची व महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन जब वे नहीं मानीं तो पुलिस ने अवैध रूप से रास्ता रोके जाने पर निशा, लीलो, पूजा, बख्शो, सपना, कांता सहित लगभग डेढ़ दर्जन महिलाओं के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 341,143, 504, 506 के अंतर्गत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। सनद रहे कि उक्त महिलाओं में से अधिकांश पर 22 सितम्बर को भी रास्ता रोके जाने पर मुकद्दमा दर्ज किया गया था। एस.पी. कांगड़ा संतोष पटियाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कानून को जो कोई भी हाथ में लेगा, उस पर कानूनी कारवाई की जाएगी। लोग कानून को हाथ में न लें, यदि कोई समस्या है तो कानून की मदद लें।
2 सालों से जारी है विवाद
पिछले 2 सालों से क्रशर मालिकों व स्थानीय लोगों में तनाव बढ़ता जा रहा है, जिसका आज तक कोई हल नहीं निकल पाया है। जहां ग्रामीण क्रशर से मालवाहक वाहनों के आवागमन को रोकने पर उतारू हैं तो वहीं दूसरी ओर क्रशर मालिकों को नियमानुसार क्रशर स्थापित करने के बावजूद भी उनकी गाडिय़ों को गुजरने न देने से अब तक लाखों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ा है।कई बार पहले भी पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारियों ने स्थानीय लोगों व क्रशर उद्योग मालिकों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के प्रयास किए लेकिन विवाद नहीं सुलझ पाया है।