Edited By Vijay, Updated: 04 Jul, 2019 04:01 PM
प्रदेश में आऊटसोर्स कर्मचारियों को बिना वजह नौकरी से निकाला जा रहा है। ताजा मामले में हमीरपुर जिला के भोरंज कस्बे से संबंध रखने वाले सुशील कुमार को पुलिस कंट्रोल रूम में सेवाएं देने से मना किया गया है।
हमीरपुर (अरविंदर): प्रदेश में आऊटसोर्स कर्मचारियों को बिना वजह नौकरी से निकाला जा रहा है। ताजा मामले में हमीरपुर जिला के भोरंज कस्बे से संबंध रखने वाले सुशील कुमार को पुलिस कंट्रोल रूम में सेवाएं देने से मना किया गया है। सुशील कुमार के अनुसार उसे बिना वजह सेवाएं बंद करने के लिए कहा गया है, जिस कारण वह बेरोजगार हो गया है।
बता दें कि प्रदेशभर में एमरजैंसी रिस्पॉन्स स्पोर्ट सिस्टम (ई.आर.एस.एस.) के तहत इन कर्मचारियों की सेवाएं पिछले एक साल से ली जा रही थीं। पिछले एक साल से पूरे प्रदेश में 48 आऊटसोर्स कर्मचारी पुलिस विभाग में काम कर रहे थे और फिलहाल शिमला जिला में आऊटसोर्स के सैंटर चले हुए हैं जबकि बाकी जिलों में कंट्रोल रूम में आऊटसोर्स पर रखे गए सभी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं, जिस कारण आऊटसोर्स कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष पनप गया है।
बता दें कि नवम्बर, 2018 में ई.आर.एस.एस. के लिए सैंटर बनाए हुए थे जिसमें 3-3 लोग काम करते थे और पुलिस, अग्निशमन, स्वाथ्स्य सेवाओं के लिए कॉल सैंटर पर 112 नंबर पर उपलब्ध रहते थे। वहीं आऊटसोर्स कर्मचारी सुशील का कहना है कि बिना वजह नौकरी से निकाला गया है और अभी कुछ ही दिन पहले कंपनी के साथ अनुबंध रिन्यू हुआ था। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि हमारी सेवाएं बहाल की जाएं और आऊटसोर्स के लिए कोई ठोस पॉलिसी बनाई जाए।