जारी रहेगा क्रैडिट सिस्टम, 6 पेपरों में पास होना अनिवार्य

Edited By Ekta, Updated: 05 Jul, 2018 11:07 AM

will continue credit 6 papers in near be mandatory

राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत स्नातक स्तर पर नए शैक्षणिक सत्र से लागू हो रही वार्षिक प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को साल में होने वाले 8 पेपर में से 6 पेपरों में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। यदि कोई विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में 2 से...

शिमला (अभिषेक): राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत स्नातक स्तर पर नए शैक्षणिक सत्र से लागू हो रही वार्षिक प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को साल में होने वाले 8 पेपर में से 6 पेपरों में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। यदि कोई विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में 2 से अधिक पेपरों में फेल होता तो उसे अगली कक्षा में दाखिला नहीं मिलेगा और उसे फेल घोषित किया जाएगा। रूसा के अंतर्गत नई वार्षिक प्रणाली के तहत तैयार किए गए ड्राफ्ट में इसका प्रावधान किया गया है। पूर्व में सैमेस्टर प्रणाली में यह नियम नहीं था। 


सैमेस्टर प्रणाली में यदि कोई विद्यार्थी अधिक पेपरों में अनुत्तीर्ण होता भी था, तो भी उसे अगले सैमेस्टर में प्रवेश मिल जाता था और उसे स्नातक की डिग्री पूरी होने की तय समय अवधि के भीतर सभी पेपर उत्तीर्ण करने का मौका मिल जाता था, लेकिन अब शैक्षणिक सत्र 2018-19 से लागू हो रही स्नातक स्तर पर वार्षिक प्रणाली के अंतर्गत 2 पेपर में अनुत्तीर्ण होने की स्थिति में संबंधित विद्यार्थी को अगले कक्षा में प्रवेश के लिए पहले 2 पेपरों की कम्पार्टमैंट की परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा। इसके अलावा कालेजों में रूसा के अंतर्गत पहले की तरह क्रैडिट सिस्टम जारी रहेगा। इसके तहत विद्यार्थियों को 132 क्रैडिट्स प्राप्त करने पर पास कोर्स की डिग्री मिलेगी, जबकि 148 क्रैडिट्स प्राप्त विद्यार्थी को ऑनर्स की डिग्री प्रदान की जाएगी। इसके अलावा सूचना के अनुसार प्रत्येक वर्ष विद्यार्थी को 44 क्रैडिट्स प्राप्त करने होंगे। 


सूत्रों के अनुसार साल में विद्यार्थी को 8 पेपरों में से कोर कोर्स के 6-6 क्रैडिट्स के 6 पेपर और एबिलिटी एनहांसमैंट कोर्स की 4-4 कै्रडिट्स की परीक्षा भी देनी होगी। बुधवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों के डीन्स की बैठक विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टडीज प्रो. अरविंद कालिया की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभिन्न विषयों के नए पाठ्यक्रम की रिपोर्ट पेश की गई। बैठक में बताया गया कि कालेजों में वार्षिक प्रणाली के तहत लगभग सभी विषयों का पाठ्यक्रम अपडेट कर दिया गया है। अब आगामी दिनों में विश्वविद्यालय मेें अकादमिक काऊंसिल की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टडीज प्रो. अरविंद कालिया ने बताया कि बुधवार को विभिन्न विभागों के डीन्स की बैठक हुई।  


10 जुलाई को होगी बैठक
रूसा के तहत स्नातक स्तर पर नए शैक्षणिक सत्र के लिए विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम को मंजूरी के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक 10 जुलाई को होगी। इसके बाद यदि ई.सी. की बैठक समय पर आयोजित हो गई तो इसे ई.सी. में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।  


16 से कक्षाएं होंगी शुरू
नए शैक्षणिक सत्र के लिए सैमेस्टर प्रणाली के स्थान पर वार्षिक प्रणाली किए जाने के निर्णय के बाद स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाएं 16 जुलाई से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन के पास नई प्रणाली के तहत पाठ्यक्रम अपडेट करने सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के लिए 15 जुलाई तक का समय है। 
 

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