Edited By Vijay, Updated: 17 Apr, 2018 07:29 PM
विधानसभा हरोली के गांव भदौड़ी निवासी अर्जुन सिंह ने बीमारी से तंग आकर एस.डी.एम. हरोली गौरव चौधरी को इच्छामृत्यु के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है। उसने अपने पत्र में बताया कि वह बेसहारा है और न तो उसके सिर पर छत है और न ही उसके खाने पीने के लिए कोई...
ऊना: विधानसभा हरोली के गांव भदौड़ी निवासी अर्जुन सिंह ने बीमारी से तंग आकर एस.डी.एम. हरोली गौरव चौधरी को इच्छामृत्यु के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है। उसने अपने पत्र में बताया कि वह बेसहारा है और न तो उसके सिर पर छत है और न ही उसके खाने पीने के लिए कोई व्यवस्था है। अर्जुन ने बताया कि पिछले कई महीनों से वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। वह कभी किसी दुकान के आगे व कभी किसी के घर के बाहर ही रात गुजार रहा है। उसे स्थानीय लोग ही खाने के लिए कुछ दे जाते हैं तो वह खा लेता है अन्यथा वह भूखा रहने को मजबूर है।
इलाज करवाने तक को नहीं हैं पैसे
उसने बताया कि उसके पास कोई जमीन भी नहीं है और न ही घर है। अब तो हालात ऐसे हैं कि उसका शरीर ही पूरी तरह से जवाब दे चुका है। वह गम्भीर बीमारियों से जूझ रहा है। उसके पास इलाज करवाने तक को पैसे नहीं हैं। उसने बताया कि जब वह हरोली अस्पताल गया था तो डाक्टरों ने बताया कि उसके फेफड़े व लीवर भी खराब हो चुके हैं। अब तो स्थानीय लोग भी उससे कन्नी काट रहे हैं। पंचायत में भी नाम दर्ज नहीं किया गया है। उसने बताया कि जब वह नाम दर्ज करवाने के लिए गया तो उससे राशन कार्ड मांगा गया जोकि अब उसके पास नहीं है। उसने बताया कि उसकी मदद को कोई भी आगे नहीं आ रहा, जिस कारण वह अब इच्छा मृत्यु चाहता है।
अर्जुन सिंह के साथ ये रहे मौजूद
इस मौके पर अर्जुन सिंह के साथ स्थानीय ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह औजला, बेअंत सिंह, हरजीत सिंह, राम सिंह व अमरजीत सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि वे पिछले कई दिनों से दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उन्होंने बताया कि वे लोग इकट्ठे होकर इसकी यथासंभव मदद कर रहे हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से इसके लिए मदद की गुहार लगाई है।
प्रशासन करेगा मदद : एस.डी.एम.
एस.डी.एम. हरोली गौरव चौधरी ने अर्जुन सिंह को समझाया कि इसका मृत्यु कोई हल नहीं है। उन्होंने उसे विश्वास दिलाया कि प्रशासन उसकी हरसंभव मदद करेगा। उन्होंने तत्काल ही बी.एम.ओ. हरोली को उसकी शारीरिक जांच करवाने के लिए फोन किया, वहीं उन्होंने कहा कि उसके खाने-पीने के लिए सरकार द्वारा जो पैंशन दी जाती है, उसके लिए आगामी कार्रवाई करेंगे। वह खंड विकास अधिकारी से पता करवाएंगे कि आखिर इसका राशन कार्ड क्यों नहीं बन पा रहा है। उन्होंने अर्जुन सिंह को कहा कि वह इच्छा मृत्यु की बात को त्यागे। उसके इलाज के लिए जो कोई भी जरूरत होगी उसे प्रशासन द्वारा हल करने का प्रयास किया जाएगा।