कौन बनेगा मेयर-डिप्टी मेयर, अटकलें जारी

Edited By Ekta, Updated: 21 Jun, 2018 12:35 PM

who will become mayor deputy mayor

राजधानी शिमला में कौन बनेगा मेयर व डिप्टी मेयर, इसको लेकर अटकलें जारी हैं। भाजपा शासित नगर निगम के अपने यानि भाजपा पार्षद ही मेयर व डिप्टी मेयर के खिलाफ हो गए हैं। हालांकि स्थानीय विधायक एवं शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भाजपा पार्षदों को एकजुटता...

शिमला (विवेक): राजधानी शिमला में कौन बनेगा मेयर व डिप्टी मेयर, इसको लेकर अटकलें जारी हैं। भाजपा शासित नगर निगम के अपने यानि भाजपा पार्षद ही मेयर व डिप्टी मेयर के खिलाफ हो गए हैं। हालांकि स्थानीय विधायक एवं शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भाजपा पार्षदों को एकजुटता का पाठ पढ़ाया था, लेकिन बीते 2 दिन पूर्व पुन: भाजपा पार्षदों ने शिक्षा मंत्री से बैठक कर मेयर के खिलाफ नाराजगी जताई। भाजपा पार्षदों की बगावत के बाद अब मेयर-डिप्टी मेयर की कुर्सी के लिए लॉबिंग भी शुरू हो गई है। 


सूत्र बताते हैं कि 5 से 6 पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर बनने की दौड़ में हैं। ऐसे में वे आला नेताओं को मनाने में जुट गए हैं। बुधवार को कई पार्षद एक-दूसरे के संपर्क में रहे और कुर्सी को लेकर मंत्रणा जारी रही। महापौर और उपमहापौर को हटाने की मांग कर चुके भाजपा पार्षद अब महापौर से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांग रहे हैं। हालांकि नगर निगम कार्यालय में काफी कम चहलकदमी रही। पार्षदों ने दो-टूक कह दिया है कि जब तक महापौर और उपमहापौर को हटाया नहीं जाता, तब तक एम.सी. हाऊस का बहिष्कार किया जाएगा। यही नहीं, पार्षदों ने नगर निगम टूअर पर जाने पर भी साफ इंकार किया है। बगावत कर रहे पार्षदों का आरोप है कि महापौर विकास कार्यों के लिए गंभीर नहीं हैं। बताते हैं कि कई वार्डों की फाइलें मेयर ऑफिस में धूल फांक रही हैं। हालांकि मेयर के वार्ड में काम जरूर हो रहे हैं। 


पार्षदों का यह भी आरोप है कि निगम से जुड़ा कोई भी निर्णय मेयर उनसे पूछा बिना ही लेती हैं। इसको लेकर पार्षदों ने स्थानीय विधायक एवं शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी सौंप दिया है। अब अंतिम फैसला पार्टी को लेना है। सूत्रों की मानें तो पार्टी के आला नेताओं द्वारा एक बार फिर भाजपा पार्षदों की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें उन्हें एकजुटता की घुट्टी पिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा जिस पार्षद का नाम मेयर की दौड़ में आगे चल रहा है, महापौर उसे मनाने का प्रयास कर रही हैं। बेशक महापौर और उपमहापौर यह कह रहे हैं कि जो फैसला संगठन लेगा, वह उनके लिए सर्वाेपरि है, लेकिन दोनों अपनी कुर्सी को बचाने के लिए अपने स्तर पर पार्षदों को मनाने में जुटे हुए हैं। बुधवार को दिनभर इस मसले को लेकर सियासत में काफी गर्माहट रही।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!