Edited By kirti, Updated: 19 Mar, 2020 05:43 PM
कोरोना वायरस को लेकर जिला कांगड़ा में धारा 144 लागू है, जिसके तहत बड़ी तादात में भीड़ व समूह के एकत्रीकरण पर पाबंदी है। इसका उल्लंघल करने वालों पर कानूनी कार्रवाई तक का प्रावधान है।
ज्वालामुखी (नितेश) : कोरोना वायरस को लेकर जिला कांगड़ा में धारा 144 लागू है, जिसके तहत बड़ी तादात में भीड़ व समूह के एकत्रीकरण पर पाबंदी है। इसका उल्लंघल करने वालों पर कानूनी कार्रवाई तक का प्रावधान है। इसके विपरीत कानून और व्यवस्था को कायम रखने वाली प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग ही इसका उल्लंघन कर रहा है। ज्वालामुखी में वीरवार को ये मामला सामने आया जब टीबी मुक्त हिमाचल अभियान के तहत बस स्टैंड में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां संगीत के माध्य्म से लोगों को टीबी व कोरोना के बारे में जागरूक किया जा रहा था।
इस कार्यक्रम के दौरान बस स्टैंड में एकाएक भीड़ जुट गई और बहुत से लोग ये कार्यक्रम देखने को जुट गए। इसी बीच स्थानीय पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली तो मौके पर पहुंचकर थाना प्रभारी ज्वालामुखी मनोहर चैधरी ने ये कार्यक्रम बन्द कराया। मामला सामने आने के बाद इस बाबत लोग कई तरह के सवाल सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर खड़ा कर रहे हैं।
लोगों कहना है कि सरकार और विभाग स्वयं ही बस स्टैंड पर टीबी तथा कोरोना वायरस के प्रति संस्कृतिक रंगारंग जागरूक कार्यक्रम करवाकर भीड़ एकत्रित कर मौत के गर्त में धकेलने का प्रयास कर रही है, जबकि इस महामारी को लेकर सरकार प्रशासन तथा विभाग लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए एक जगह 3 या 4 लोगों के इकट्ठा होने की सख्त मनाही कर रहे हैं। बताया जा रहा है की वंशिका सांस्कृतिक कला मंच की ओर से ये कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिनमें लगभग 7 से अधिक कलाकार शामिल थे। ढोल, हार्मोनियम व माइक लगाकर लोगों को टीबी व कोरोना के बारे में जागरूक किया जा रहा था।
पत्रकार से मंच के कलाकार ने की बदसलूकी
इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर जब एक पत्रकार ने कला मंच के प्रमुख से बातचीत कर इसकी जानकारी हासिल करनी चाही तो मंच के प्रमुख कलाकार उसके साथ ही उलझ पड़े और पत्रकार के साथ बदसलूकी करने लग पड़े। यही नहीं पत्रकार की डायरी भी यहां कला मंच के प्रमुख कलाकार द्वारा फाड़ दी गई, जिसकी पत्रकार ने कड़े शब्दों में इनकी निंदा की है, साथ ही मामले पर संबंधित विभाग की ओर से कड़ी कार्रवायी की मांग उठाई है।
स्वास्थ्य विभाग के डीएपीओ. राजेश का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नही है। यदि ऐसा हुआ है तो इस पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ज्वालामुखी बीएमओ प्रवीण कुमार का कहना है कि उनकी तरफ से किसी भी विशेष कला मंच को सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नही दी गई है। इसके अलावा विभाग ने पहले ही भीड़ ज्यादा एकत्रित न करने की व लोगों से भी सहयोग करने की बात कही जा चुकी है। इस तरह का मामला उनके ध्यान में भी नही आया है।