Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Jan, 2018 06:39 PM
विधानसभा सत्र के पहले दिन तपोवन परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एकाएक शंख ध्वनि गूंज उठी।
धर्मशाला (जिनेश): विधानसभा सत्र के पहले दिन तपोवन परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एकाएक शंख ध्वनि गूंज उठी। विधायकों के शपथ समारोह के बाद ज्यों ही तमाम विधायक और अधिकारी बाहर निकले तो परिसर में जोर-जोर से शंख की आवाज आने लगी। यह देखकर हर कोई आश्चर्यचकित था कि इस शंख ध्वनि के पीछे उद्देश्य क्या है। तमाम लोग उस जगह इकट्ठे होने लगे, जहां पर शंख की तेज आवाज आ रही थी। दरअसल भगवा बेशधारी साधु शंख बजाता हुआ परिसर में पहुंच गया था। वह भीड़ के बीच से होता हुआ शंख बजाता हुआ विस के उस गेट नंबर-1 पर पहुंच गया जहां से मुख्यमंत्री और मंत्री प्रवेश करते हैं। पुलिस उस साधु को रोकने का प्रयास कर रही थी परंतु वह अपनी ही धुन में कुछ बड़बड़ाता हुआ अंदर प्रवेश करने की जिद्द कर रहा था।
एस.पी. ने लगाई पुलिस कर्मियों की क्लास
नंगे पांव भगवाधारी सभी के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। इस दौरान तमाम मीडिया एकत्रित हो गया। काफी मुश्किल के बाद ही इस साधु को मान-मनोबल के जरिए वहां से हटाया गया। हालांकि प्रशासन उसकी वेशभूषा देखकर सीधे तौर पर सख्ती नहीं करना चाहता था, ऐसे में उसे बड़ी मुश्किल से उसे हटाया गया। स्वयं एस.पी. कांगड़ा संतोष पटियाल को इसमें दखल देना पड़ा और उन्होंने तैनात पुलिस कर्मियों की भी जमकर क्लास लगाई गई। दरअसल मुद्दा अहम सुरक्षा से जुड़ा हुआ था।