Edited By prashant sharma, Updated: 24 Dec, 2020 12:51 PM
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सरकाघाट में उस समय एक बड़ा हादसा हुआ जब सिविल अस्पताल सरकाघाट पर पानी की टंकी आ गिरी। गनीमत यह रही कि टंकी कोविड वार्ड पर गिरी थी और उस समय वहां कोई मरीज नहीं था।
सरकाघाट : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सरकाघाट में उस समय एक बड़ा हादसा हुआ जब सिविल अस्पताल सरकाघाट पर पानी की टंकी आ गिरी। गनीमत यह रही कि टंकी कोविड वार्ड पर गिरी थी और उस समय वहां कोई मरीज नहीं था। यदि मरीज होते तो हादसा बड़ा हो सकता था। आधी रात को हुई घटना में अब तक सूचना के अनुसार, किसी मरीज के हताहता होने की खबर नहीं हैं। सिविल अस्पताल के ठीक पीछे यह टंकी थी, जो आधी रात को अस्पताल पर आ गिरी। अस्पताल के ऊपर निर्मित टैंक के गिरने का अंदेशा पहले ही जताया जा रहा था। टैंक को गत दिन उस समय खाली कराया गया जब यह नीचे की ओर दरकने लगा। टैंक को खाली करवा कर अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल बंद होने पर अपने घरों को चले गए। आपातकालीन डयूटी पर तैनात स्टाफ ही अस्पताल में मौजूद था।
जब रात को यह हादसा हुआ तो बड़े जोर के धमाके के साथ टैंक करीब 150 फुट की ऊंचाई से गिरा और उसके बाद अस्पताल का एक कमरा और ठेकेदार की 60 लाख रुपए की मशीन पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। टैंक गिरने से अस्पताल के पुराने भवन का एक कमरा, जो कोविड वार्ड बनाया गया था, तबाह हो गया। घटना के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों में हड़कंप मच गया और वे अपने सामान और रोगियों के साथ अस्पताल के आंगन में पहुंच गए। दरअसल, अस्पताल के पुराने भवन के पीछे 12 करोड़ रुपए की लागत से एक नए भवन का निर्माण हो रहा है। भवन निर्माण के लिए अस्पताल के साथ लगती पहाड़ी की खुदाई की गई थी, लेकिन खुदाई दो वर्ष पहले हुई थी और पहले वाला ठेकेदार काम छोड़ कर चला गया है। नए ठेकेदार को निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया था और निर्माण कार्य भी जोरों से चल रहा था। अस्पताल के साथ साथ केमिस्ट की दुकानें कर रहे व्यापारियों का कहना है कि पहले पहाड़ी पर प्रोटेक्शन वॉल लगनी चाहिए थी और उसके बाद ही निर्माण कार्य आरम्भ किया जान चाहिए था।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ पीएल वर्मा ने बताया कि उन्हें हादसे के समय ही सूचना मिली थी और उन्होंने सबसे पहले रोगियों और उनके तीमारदारों की सुरक्षा की। अस्पताल का एक कमरा नष्ट हो गया है और उन्होंने घटना बारे उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया है। लोक निर्माण विभाग मंडल सरकाघाट के अधिशासी अभियंता विनोद शर्मा ने बताया कि उन्होंने ठेकेदार को इस बारे पहले ही अवगत करवा दिया गया था और ठेकेदार अस्पताल भवन को हुए नुकसान की भरपाई करेगा और जलशक्ति विभाग को भी नया टैंक बनाकर देगा। एसडीएम ज़फ़र इक़बाल ने बताया कि वे इस घटना के बहुत दुखी हैं और सारे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, अस्पताल में इस घटना से एक घंटा पहले एक डिलीवरी हुई थी और जच्चा बच्चा 15 मिनट पहले ही अपने घर चले गए थे। क्षतिग्रस्त कमरे के साथ ही प्रसूति कक्ष है।