Edited By kirti, Updated: 22 Apr, 2019 11:04 AM
शहर में लोगों को हर वर्ष की तरह इस वर्ष गर्मियों में पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। हिमुडा द्वारा निर्मित डैम में अब पानी को स्टोर किया जाएगा और फिर यहां से शहरवासियों को सप्लाई की जाएगी। हालांकि अभी डैम का काम पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अधिकतर...
परवाणु : शहर में लोगों को हर वर्ष की तरह इस वर्ष गर्मियों में पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। हिमुडा द्वारा निर्मित डैम में अब पानी को स्टोर किया जाएगा और फिर यहां से शहरवासियों को सप्लाई की जाएगी। हालांकि अभी डैम का काम पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अधिकतर कार्य पूरा हो गया है कि पानी को स्टोर किया जा सके।गौरतलब है कि परवाणु शहर में हर वर्ष गर्मियों के दिनों में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। शहर को एकमात्र पानी की सप्लाई करने वाली कौशल्या नदी में हर वर्ष गर्मी के बढ़ते ही पानी पूरी तरह से सूख जाता है। ऐसे में हिमुडा को शहर में हर घर में पानी की सप्लाई पहुंचाना टेढ़ी खीर साबित होता है, जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और उन्हें प्राकृतिक स्रोतों या फिर टैंकरों के माध्यम से अपनी प्यास बुझानी पड़ती है। अब कौशल्या नदी में 92 लाख लीटर पानी की क्षमता वाले डैम का निर्माण किया जा रहा है।
हर दिन इतनी है खपत परवाणु शहर में रोजाना 6 से साढ़े 6 लाख लीटर गैलन पानी की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन गर्मियों में स्रोत में पूरा पानी नहीं मिल पाता है। ऐसे में लोगों को जरूरत के हिसाब से बहुत कम पानी मिलता है। डैम में पानी स्टोर होने के बाद शहर के उद्योगों को भी पूरा पानी मिल सकेगा। नदी में पानी सूखने के बाद हिमुडा शहर में बारी-बारी पानी की सप्लाई करता है। अब शहर के लोगों को पानी के लिए 2-3 दिन का इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा और लोगों को रोजाना पर्याप्त पानी मिलेगा। इससे पहले के वर्षों में हिमुडा पानी की कमी के चलते दो-तीन दिन के बाद शहर में पानी की सप्लाई करता था।