वीरभद्र गुट को झटका: हरदीप बाबा को हटाया, बबलू पंडित इंटक के नए प्रदेशाध्यक्ष (Video)

Edited By Ekta, Updated: 25 Jun, 2018 04:26 PM

कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू को हटाए जाने की मुहिम के बीच  वीरभद्र सिंह खेमे को एक और झटका लगा है। वीरभद्र के खास माने जाने वाले हरदीप बाबा की इंटक अध्यक्ष पद से छुट्टी हो गई है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनकी जगह मनोहर लाल (बबलू पंडित) को...

शिमला (राक्टा): कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू को हटाए जाने की मुहिम के बीच वीरभद्र सिंह खेमे को एक और झटका लगा है। वीरभद्र के खास माने जाने वाले हरदीप बाबा की इंटक अध्यक्ष पद से छुट्टी हो गई है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनकी जगह मनोहर लाल (बबलू पंडित) को इंटक का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से हरी झंडी के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उनकी नियुक्ति की है।


2017 विधानसभा चुनाव में इंटक प्रदेश अध्यक्ष हरदीप बाबा को पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने पर कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। उनकी जगह अब बबलू पंडित को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष ने पंडित को दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि वह सभी जिलाध्यक्षों की तुरंत बैठक बुलाकर लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करें। पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जाए।


बबलू पंडित की नियुक्ति के समय इंटक के डेलीगेट मौजूद रहे। उधर इस नियुक्ति से कांग्रेस के भीतर नई चर्चाओं का पनपना स्वभाविक है। अगर इसे कोई संकेत माना जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि हाईकमान पर सुक्खू की पकड़ बरकरार है। यह नियुक्ति बिना हाईकमान की मंजूरी के नहीं हो सकती थी। तो क्या खुद को हटाए जाने की मुहिम के बीच सुक्खू ने विरोधी धड़े को कोई बड़ा सन्देश दिया है ? 


क्या बोले हरदीप बाबा 
उधर इस नियुक्ति को हरदीप बाबा ने फर्जी बताया है। बाबा ने कहा कि इंटक का अध्यक्ष बनने के लिए  इंटक से सम्बद्ध किसी न किसी यूनियन का पदाधिकारी होना जरूरी है। बबलू पंडित अभी किसी यूनियन के सदस्य तक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि  इंटक के संविधान के अनुसार अध्यक्ष का चुनाव होता है। अध्यक्ष या अन्य पदाधिकारी का मनोनयन नहीं होता। बाबा के मुताबिक पिछले साल बिलासपुर में हुए चुनाव में उन्हें 118 से अधिक यूनियन के डेलीगेट्स ने अध्यक्ष चुना था। अगर उन्हें बीच में भी हटाया जाना है तो वही डेलीगेट्स हटा सकते हैं, वो भी दो तिहाई बहुमत से।   

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!