Edited By Ekta, Updated: 07 May, 2018 03:33 PM
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में बढ़ती हत्याओं और अपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसा लगता है शांत हिमाचल को अशांत बनाने की कोशिश की जा रही है। पहले कसौली फिर कांगड़ा और अब बद्दी में हुई घटना से साफ है कि प्रदेश में ऐसे...
शिमला (राक्टा): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में बढ़ती हत्याओं और अपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसा लगता है शांत हिमाचल को अशांत बनाने की कोशिश की जा रही है। पहले कसौली फिर कांगड़ा और अब बद्दी में हुई घटना से साफ है कि प्रदेश में ऐसे अपराधों की एक श्रृंख्ला बनती जा रही है, जो प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को बयां कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि सरकार अभी तक अपने स्वागत समारोह और जश्न में डूबी है।
प्रदेश में बढ़ती समस्याओं और कानून व्यवस्था की ओर कोई ध्यान नहीं है। जश्न और तबादलों में उलझी जयराम सरकार मार्ग से भटकती जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उनकी पूर्व की सरकार पर कोई भी आरोप लगाने से पहले अपने वर्तमान को देखें। कानून व्यवस्था, लोंगो की इफाजत, न्यायपालिका के आदेशों का पालन करना वर्तमान सरकार का उतरदायित्व होता है। उन्होंने कहा कि कसौली की घटना अति दुःखदाई है। जहां न्यायपालिका के आदेशों का कार्यपालन करने गई अधिकारी की पुलिस की मौजूदगी में गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी जाती है।
इस प्रकार कांगड़ा के ज्वाली में गोलियां चलती है और दो युवक मारे जाते हैं। सोलन जिला के बद्दी में हरिजेन्द्र पाल की निर्मम हत्या कर दी जाती है, जिसके पीछे एक आर. एस. एस. नेता का नाम बताया जा रहा है। वीरभद्र ने जयराम से कहा कि उन्हें समय रहते प्रदेश की समस्याओं और कानून व्यवस्था की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए। 100 दिनों से ऊपर इस सरकार को बने हो चुके हैं। केन्द्र से प्रदेश को कोई विशेष योजना नहीं मिली है। प्रदेश में इनके नेताओं द्वारा लोगों को सपने दिखाए जा रहे हैं। पैट्रोल और ड़ीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। आम आदमी की सरकार का दावा करने वाली केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार कुछ खास की ही बनकर रह गई है।