Edited By Simpy Khanna, Updated: 06 Aug, 2019 11:21 AM
प्रदेश सरकार छात्रों को अच्छी शिक्षा देने की बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो करती है लेकिन वास्तव में उसके वायदे खोटे व घोषणाएं झूठी साबित हुई हैं। सरकार आज के युवाओं को देश का भविष्य बताती है लेकिन यदि देश के भविष्य युवाओं का मार्गदर्शन करवाने के लिए विभिन्न...
धर्मशाला : प्रदेश सरकार छात्रों को अच्छी शिक्षा देने की बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो करती है लेकिन वास्तव में उसके वायदे खोटे व घोषणाएं झूठी साबित हुई हैं। सरकार आज के युवाओं को देश का भविष्य बताती है लेकिन यदि देश के भविष्य युवाओं का मार्गदर्शन करवाने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्यापक ही नहीं होंगे तो युवा देश का भविष्य कैसे बन सकते हैं। वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में हालात ऐसे बन चुके हैं कि शिक्षा की लौ बुझती नजर आ रही है जिसका उदाहरण चम्बा जिला कर राजीव गांधी बहुतकनीकी संस्थान बनीखेत है जो अध्यापकों की कमी से जूझ रहा है।
इसका सीधा असर छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है जबकि सरकार सहित तकनीकी शिक्षा बोर्ड व प्रशासन इस ओर मुंह मोड़े बैठा है। अपने भविष्य को अंधकार में लटकता देख छात्र चिंता में हैं। उल्लेखनीय है कि शिक्षण संस्थान बनीखेत में पिछले 1 साल से अध्यापकों के 6 में से 4 पद रिक्त हैं जो आज तक नहीं भरे गए। इसका खमियाजा वर्तमान में सिविल और इलैक्ट्रॉनिक ट्रेड के 35 छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। उक्त शिक्षण संस्थान में अध्यापक न होने के कारण 70 फीसदी परीक्षा परिणाम खराब रहा है। परीक्षा परिणाम सही न निकलने पर छात्रों द्वारा किए गए विरोध के बाद शिक्षण संस्थान में 2 अध्यापकों की नियुक्ति तो की गई है लेकिन मैथ व कम्प्यूटर के अध्यापकों की नियुक्ति अभी तक नहीं हो पाई है।