Edited By Simpy Khanna, Updated: 05 Oct, 2019 01:18 PM
यूं तो सरकारें जनहित में योजनाओं का एलान करती रहती हैं लेकिन अक्सर यह योजनाएं कागजों में ही सिमट कर रह जाती है। ज़्यादातर मामलों में जनता तक यह योजनाएं पूरी तरह पहुंचती ही नहीं हैं और प्रशासन या सरकारें दावे कर इतिश्री कर लेती हैं। देश के ज़्यादातर...
ऊना (अमित) : यूं तो सरकारें जनहित में योजनाओं का एलान करती रहती हैं लेकिन अक्सर यह योजनाएं कागजों में ही सिमट कर रह जाती है। ज़्यादातर मामलों में जनता तक यह योजनाएं पूरी तरह पहुंचती ही नहीं हैं और प्रशासन या सरकारें दावे कर इतिश्री कर लेती हैं। देश के ज़्यादातर हिस्सों में सरकार की बहुचर्चित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भी इसी इतिश्री की बलिवेदी पर परवान हो चुकी है। लेकिन हिमाचल प्रदेश का ऊना ज़िला इससे इतर एक ऐसी मिसाल बनकर उभर रहा है जहां सरकार, प्रशासन और संबंधित विभाग नित नए अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहे है।
इसी कड़ी के तहत महिला एवं बाल विकास परियोजना द्वारा आज ऊना में नवरात्रों के अवसर पर कन्या पूजन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती, डीसी ऊना संदीप कुमार और विभागीय अधिकारीयों ने 151 कन्याओं का पूजन किया।
सतपाल सती ने 151 कन्याओं के पैर धुलाकर, माथे पर तिलक लगाकर और हाथों में मौली बांधकर विधिपूर्वक कन्यायों का पूजन किया। इस दौरान कन्याओं को चुनरी, हलवा-चने, नारियल, फल और चॉकलेट टॉफियों से बनाई गई विशेष किट वितरित की और कन्यायों से आशीर्वाद प्राप्त किया। दरअसल जिला ऊना देश के उन सौ जिलों में शुमार था जहां शिशु लिंगानुपात काफी कम आंका गया था जिसके बाद विशेष अभियान चलाकर लोगो को जागरूक किया गया और काफी सराहनीय परिणाम सामने आये। अब शिशु लिंगानुपात को सुधारने में विभाग की यह पहल कामयाब होने की उम्मीद जगी है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत देशभर में कई तरह के कार्यक्रम चलाये जा रहे है। सत्ती ने कहा नवरात्रो के अवसर पर कन्या पूजन करने का मकसद लोगों को भ्रूण हत्या न करने के लिए प्रेरित करना है। सत्ती ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को बेटा और बेटी में अंतर न करने का संदेश दिया गया है।