Edited By Ekta, Updated: 08 Mar, 2019 02:46 PM
अंतर्राष्ट्रीय पटल पर हिमाचल का नाम रोशन करने वाले अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं। सुनील का कहना है कि सरकार ने उन्हें डीएसपी पद देने का आश्वासन दिया था, मगर काफी समय बीत जाने के बाद भी सरकार अपना वायदा पूरा...
नाहन (सतीश): अंतर्राष्ट्रीय पटल पर हिमाचल का नाम रोशन करने वाले अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं। सुनील का कहना है कि सरकार ने उन्हें डीएसपी पद देने का आश्वासन दिया था, मगर काफी समय बीत जाने के बाद भी सरकार अपना वायदा पूरा नहीं कर पाई है। सुनील की मानें तो वो खुद 4 बार खुद सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात कर चुके हैं। वही खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर भी उन्हें हर बार सिर्फ आश्वासन देते रहे उन्होंने सरकार की खेल नीति पर सवाल उठाए। सुनील शर्मा दिसंबर में चीन आयोजित एशिया अल्ट्रा रनिंग चैंपियनशिप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे और उन्होंने भारत को ब्राउनज मेडल भी दिलवाया था।
ग्रेट इंडिया रन में हिस्सा लेकर भी सुनील शर्मा ने हिमाचल का मान बढ़ाया था। सुनील कई बार चैरिटी रन कर कई गरीब लोगों की जिंदगियां बचा चुके हैं, जिसके बाद सुनील शर्मा खूब चर्चा में भी आए थे। उन्होंने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का संदेश देने के लिए चंडीगढ़ से दिल्ली और जल संरक्षण को लेकर चंडीगढ़ से रेणुका की दौड़ लगाई थी। उनका कहना है कि किसी खिलाड़ी की अगर इस तरह से अनदेखी की जाती है तो उसके मनोबल में गिरावट आती है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने कुछ खिलाड़ियों को तुरंत बड़े पदों पर बिठा दिया।
सुनील ने कहा कि वह बार-बार शिमला सचिवालय के चक्कर काट रहे है 14 बार उनकी फाइल सचिवालय पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें अब भी नौकरी नहीं देती है तो उन्हें मजबूरन हिमाचल से पलायन करना पड़ेगा। क्योंकि उन्हें बाहरी राज्यों से खेलने का न्योता मिल रहा है। हिमाचल सरकार लगातार खिलाड़ियों के प्रोत्साहन को लेकर बड़े-बड़े वादे करती है। मगर जब इस तरह की तस्वीरें सामने आती है तो सरकार की खेल नीति पर सवाल उठना लाजमी है।