Edited By kirti, Updated: 05 Feb, 2019 11:03 AM
हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने 2 पूर्व विधायकों जगत सिंह नेगी और शौंकिया राम कश्यप को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी तरफ से लोगों के लिए की गई सेवाओं को याद किया। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोकोद्गार लाते हुए शिलाई और कसुम्पटी के पूर्व विधायक...
शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने 2 पूर्व विधायकों जगत सिंह नेगी और शौंकिया राम कश्यप को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी तरफ से लोगों के लिए की गई सेवाओं को याद किया। सदन के नेता एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शोकोद्गार लाते हुए शिलाई और कसुम्पटी के पूर्व विधायक के आकस्मिक निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक जगत सिंह नेगी का निधन 17 दिसम्बर, 2018 को 71 साल की आयु में हुआ। उनका जन्म 15 नवम्बर, 1947 को सिरमौर की शिलाई तहसील के अंतर्गत आने वाले कंडयारी गांव में हुआ था। नाहन में वकालत करने वाले जगत सिंह नेगी वर्ष 1973 में खोदरी माजरी आंदोलन में मजदूरों के लिए संघर्ष करते हुए जेल गए।
वर्ष 1990 में वह जनता दल से शिलाई निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए। इसी तरह पूर्व विधायक शौंकिया राम का निधन 3 फरवरी, 2019 को 81 साल की आयु में हुआ। उनका जन्म 14 अक्तूबर, 1937 को पुराने जुन्गा में हुआ था। उन्होंने सहकारी बैंक में कार्य किया तथा वर्ष 1972 और 1985 में कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से चुने गए। उनका सहकारिता आंदोलन, ग्रामोत्थान व हरिजन कल्याण में विशेष योगदान रहा। वह अपनी ईमानदारी के लिए भी विशेष तौर पर जाने जाते थे।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि पूर्व विधायक शौंकिया राम ने 10 साल तक सदन में अपनी सेवाएं दीं तथा वह मधुमेह से पीड़ित थे। वह सादगी भरे इंसान थे। वह वर्ष 1966 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे तथा अंत समय तक लोगों से मिलते-जुलते रहे। उन्होंने पूर्व विधायक जगत सिंह नेगी को दमदार नेता बताया। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक हर्षवर्धन चौहान, राकेश सिंघा, अनिरुद्ध सिंह व चौधरी सुखराम ने भी शोकोद्गार में भाग लिया। विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव ङ्क्षबदल ने भी अपने शोकोद्गार में दोनों पूर्व विधायकों को श्रद्धासुमन अॢपत किए। इस दौरान सदन में कुछ देर के लिए मौन भी रखा गया।