Edited By Vijay, Updated: 14 Jul, 2018 06:55 PM
राजधानी शिमला के लोअर बाजार में शनिवार को दमकल विभाग द्वारा ट्रायल किया गया लेकिन यह ट्रायल सफल नहीं हो पाया। इस दौरान 500 मीटर के रास्ते को पार करने में दमकल विभाग के वाहन को करीब 10 मिनट का समय लग गया।
शिमला: राजधानी शिमला के लोअर बाजार में शनिवार को दमकल विभाग द्वारा ट्रायल किया गया लेकिन यह ट्रायल सफल नहीं हो पाया। इस दौरान 500 मीटर के रास्ते को पार करने में दमकल विभाग के वाहन को करीब 10 मिनट का समय लग गया। जगह-जगह दुकानदारों द्वारा की गई ओवर हैंगिंग और सड़क किनारे बैठे तहबाजारियों ने अग्निशमन विभाग की गति को रोक दिया। लोअर बाजार में उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद भी तहबाजारियों को हटाने व छज्जों को तोडऩे में नगर निगम कामयाब नहीं हो पा रहा है, ऐसे में यदि कोई आगजनी की घटना लोअर बाजार में घट जाए तो करोड़ों रुपए का नुक्सान होने के साथ जानी नुक्सान भी हो सकता है क्योंकि लोअर बाजार में अधिकतर भवन काफी पुराने हैं। यहां पर सभी मकान लकड़ी के बने हुए हैं, जिनको आग जल्दी ही अपनी गिरफ्त में ले सकती है।
त्यौहारी सीजन के चलते किया था मॉकड्रिल
दमकल विभाग ने त्यौहारी सीजन के चलते कोई घटना न घटे, इसलिए मॉकड्रिल किया लेकिन सफलता नहीं मिली। इससे पहले भी कई बार लोअर बाजार में दमकल विभाग द्वारा ट्रायल किया गया है। इस ट्रायल के दौरान दमकल विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। इस दौरान 3 से 4 जगहों पर दमकल विभाग का वाहन फंस गया। अब जल्द ही विभाग इसकी रिपोर्ट नगर निगम को देगा, ऐसे में नगर निगम दुकानदारों द्वारा बढ़ाए गए छज्जों व तहबाजारियों के खिलाफ शिकंजा कसेगा।
कई बार हो चुके हैं हादसे
लोअर बाजार में कई बार आगजनी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं लेकिन दुकानदारों द्वारा बढ़ाए गए छज्जों के कारण अग्निशमन के वाहन को निकलने में काफी समय लग जाता है, जिस कारण इन घटनाओं में काफी बड़ा नुक्सान हुआ है। बावजूद इसके नगर निगम प्रशासन नहीं जागा है और इन तहबाजारियों को यहां से नहीं हटा पाया है।
कोर्ट के आदेशों की हो रही अवहेलना
प्रदेश उच्च न्यायालय ने लोअर बाजार में ओवर हैंगिंग और तहबाजारियों को हटाने के निर्देश जारी किए थे। इसके विपरीत दुकानदारों ने अपनी दुकानें सड़क पर सजाई हुई हैं और रही सही कसर तहबाजारी पूरी कर रहे हैं। इस सबके चलते नगर निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है कि आखिर क्यों नगर निगम दुकानदारों द्वारा बढ़ाए गए छज्जों को नहीं हटा पा रहा है।