Edited By kirti, Updated: 23 Sep, 2019 04:28 PM
हिमाचल प्रदेश में ट्रैकिंग टूरिज्म मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। मास्टर प्लान तैयार करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। मास्टर प्लान के तहत हिमाचल में सुरक्षित ट्रैकिंग को लेकर कार्य किया जाएगा। पर्यटन विभाग विशेषज्ञों और अनुभवी एजैंसियों की मदद...
शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश में ट्रैकिंग टूरिज्म मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। मास्टर प्लान तैयार करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। मास्टर प्लान के तहत हिमाचल में सुरक्षित ट्रैकिंग को लेकर कार्य किया जाएगा। पर्यटन विभाग विशेषज्ञों और अनुभवी एजैंसियों की मदद से सभी मौजूद ट्रेल्स, बुनियादी ढांचे और संभावित नए ट्रेल्स की पहचान का सर्वेक्षण और मूल्यांकन किया जाएगा। इसके अलावा मौजूदा ट्रेक के लिए, बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की उपयुक्तता, साइनेज और मार्गों की गुणवत्ता को उन्नत करने के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी।
पर्यटन विभाग द्वारा इंडियन माऊंटेनियरिंग फाऊंडेशन (आई.एम.एफ.) के सहयोग से ट्रांस=बाऊंड्री ट्रेल्स और पर्वतारोहण के लिए नई चोटियों की पहचान भी की जाएगी। टै्रकिंग टूरिज्म मास्टर प्लान के अंतर्गत प्रदेश में सभी ट्रेल्स के लिए नए और अपडेटिड समग्र रूप से तैयार किए नक्शे और सूचना सामग्री तैयार की जाएगी। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों और मार्गों के विस्तृत नक्शे भी तैयार किए जाएंगे। यह नक्शे तैयार करने साथ-साथ इनका व्यापक प्रसार भी किया जाएगा। पर्यटन विभाग ट्रकर्स की सुरक्षा के लिए ट्रैकर्स एप्प भी तैयार करेगा। इस एप्प की मदद से ट्रैकर्स का टै्रकिंग के दौरान उचित मार्गदर्शन हो सकेगा।
वहीं, आपदा या इमरजैंसी के दौरान आपदा प्रबंधन एजैंसियों और जिला पर्यटन कार्यालयों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए प्रशिक्षित संपर्क अधिकारी की तैनाती की जाएगी। हिमाचल प्रदेश में स्नो एडवैंचर गतिविधियों के लिए गाईडलाईंस तैयार की जाएंगी। इसके अलावा टैंटिड अकॉमोडेशन के लिए भी गाईडलाईंस तैयार की जाएंगी। नई पर्यटन नीति के अंतर्गत पर्यटन विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्यटन विभाग ने योजना तैयार की है।