Edited By Vijay, Updated: 22 Jan, 2021 10:18 PM
कुल्लू में बहने वाली ब्यास नदी का पानी पहाड़ों पर पड़ रही भारी ठंड के चलते कम हो गया है। कुल्लू में आ रहे पर्यटक ब्यास की लहरों में राफ्टिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। ब्यास की लहरों के साथ कदमताल करना किसी रोमांच से कम नहीं है लेकिन इन दिनों ब्यास नदी...
कुल्लू (दिलीप): कुल्लू में बहने वाली ब्यास नदी का पानी पहाड़ों पर पड़ रही भारी ठंड के चलते कम हो गया है। कुल्लू में आ रहे पर्यटक ब्यास की लहरों में राफ्टिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। ब्यास की लहरों के साथ कदमताल करना किसी रोमांच से कम नहीं है लेकिन इन दिनों ब्यास नदी का पानी कम होने से घाटी में राफ्टिंग को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। पानी कम होने से राफ्टिंग करने में समय लग रहा है। अगर जल्द ही घाटी में बारिश न हुई तो राफ्टरों का कारोबार ठप्प हो सकता है। इन दिनों ब्यास नदी सहित अन्य सहायक नदी-नालों का जलस्तर काफी कम हो गया है।
पटना से आए पर्यटक रोहन ने कहा कि उनका कुल्लू-मनाली का यह पहला टूअर है। उन्होंने कहा कि शिमला में भी मस्ती की। सबसे ज्यादा आनंद उन्हें कुल्लू-मनाली घूमने में आया। उन्हें रिवर राफ्टिंग करने का भरपूर आनंद मिला है और एक अच्छी यादगार को साथ लेकर यहां से जाएंगे। वहीं राजस्थान के बीकानेर से घूमने आई पर्यटक ममता ने कहा कि मनाली बहुत ही सुंदर जगह है और यहां रिवर राफ्टिंग करने का अपना अलग ही मजा है। यहां की पहाडिय़ां व यहां के पेड़ बहुत ही सुंदर हैं। यहां पर आकर हमने बहुत एन्जॉय किया। उन्होंने कहा कि सोलंगनाला में जाकर बर्फ के साथ भी खेले।
गुजरात से आए विवेक व मनीष ने कहा कि कुल्लू-मनाली में आकर उन्होंने बहुत मजा किया। रिवर राफ्टिंग करके बहुत ही अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि जो भी कुल्लू-मनाली घूमने आएं वे अवश्य रिवर राफ्टिंग का आनंद लें। उन्होंने कहा कि थोड़ी-सी परेशानी आई पानी कम होने के कारण राफ्ट पत्थरों के बीच भी फंस रही थी। उन्होंने कहा कि गाइड के आदेशों को फॉलो करने के बाद ही रिवर राफ्टिंग का भरपूर आनंद लिया। रिवर राफ्टिंग करते हुए नाव पत्थरों में फंसने के कारण उन्होंने खुद भी नाव को धक्का लगाया।