Edited By Vijay, Updated: 12 Jun, 2018 05:58 PM
ब्यास की उफनती लहरों के पास जाकर सैल्फी लेना बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए मानों छोटे बच्चों का खेल सा बन गया है। बजौरा से मनाली तक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बह रही ब्यास नदी में रोजाना सैंकड़ों की तादाद में पर्यटकों को अपनी जान को...
कुल्लू: ब्यास की उफनती लहरों के पास जाकर सैल्फी लेना बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए मानों छोटे बच्चों का खेल सा बन गया है। बजौरा से मनाली तक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बह रही ब्यास नदी में रोजाना सैंकड़ों की तादाद में पर्यटकों को अपनी जान को जोखिम में डालकर अठखेलियां करते और सैल्फी लेते देखा जा सकता है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा ब्यास नदी के किनारे जगह-जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं लेकिन बावजूद इसके पर्यटक अपनी जान की परवाह किए बगैर ब्यास की जानलेवा लहरों के नजदीक जा रहे हैं। सैल्फी लेने का क्रेज लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है। दिनोंदिन सैल्फी लेने के दौरान लोगों की मौत के मामले भी सामने आए हैं।
कई पर्यटक गंवा चुके हैं जान
कुल्लू-मनाली के पास ही अक्सर पर्यटकों को ब्यास में उतरकर मौज-मस्ती करते हुए देखा जा सकता है। यहां से लेकर पंडोह और उसके बाद औट से आगे कुल्लू तक ऐसी कितनी ही जगह हैं, जहां पर पर्यटक आसानी से ब्यास तक पहुंच जाते हैं, ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही से हर बार अनेक पर्यटक अपनी जान तक गंवा चुके हैं। वहीं शहर के बुद्धिजीवियों ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से मांग की है कि पहले की तरह रोजाना पुलिस वाहन द्वारा ब्यास नदी के किनारे मौज-मस्ती करने वाले पर्यटकों को जाने से रोका जाए।
क्या कहती है पुलिस
ए.एस.पी. कुल्लू निश्ंिचत सिंह नेगी ने कहा कि स्वयं ही मनाली से कुल्लू आते समय कई पर्यटकों को हटाया गया है। प्रशासन द्वारा जो बोर्ड लगाए गए थे उन्हें सड़क की चौड़ाई के कार्य के दौरान हटाया गया है, पुलिस कर्मचारियों को लगाकर पर्यटकों को नदी में जाना से रोका जाएगा।