Edited By kirti, Updated: 08 Jun, 2018 09:07 AM
बेहद कम विद्युत उत्पादन के चलते जहां प्रदेश सरकार प्रतिदिन बाहरी राज्यों से करोड़ों की बिजली खरीद रही है वहीं नगर परिषद जोगिंद्रनगर में लगी सैंकड़ों एल.ई.डी. लाइटें रोजाना सैंकड़ों रुपए की बिजली फिजूल में ही खर्च कर रही हैं। नगर परिषद में मौजूदा समय...
जोगिंद्रनगर : बेहद कम विद्युत उत्पादन के चलते जहां प्रदेश सरकार प्रतिदिन बाहरी राज्यों से करोड़ों की बिजली खरीद रही है वहीं नगर परिषद जोगिंद्रनगर में लगी सैंकड़ों एल.ई.डी. लाइटें रोजाना सैंकड़ों रुपए की बिजली फिजूल में ही खर्च कर रही हैं। नगर परिषद में मौजूदा समय में 537 एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं, जिन्हें कायदे के अनुसार सुबह पौ फटते ही बंद करने का नियम है, लेकिन यहां नियमों को धज्जियां उड़ाना आम बात हो गई है। इन दिनों सुबह 5 बजे से पहले ही उजाला हो जाता है, लेकिन यहां सैंकड़ों एल.ई.डी. लाइटें सुबह 6 बजे तक जली रहती हैं, जिसके चलते अकारण ही परिषद को हजारों रुपए का ज्यादा बिल अदा करना पड़ता है।