Edited By Ekta, Updated: 29 Jul, 2018 10:49 AM
कुल्लू के पिपलाआगे गांव में मां नैणा देवी का जागरण हुआ। यहां माता के गूरों ने आग के अंगारों पर चलकर अपनी शक्ति को एक बार फिर से प्रमाणित किया। इस जाग को देखने के लिए प्रदेश के दूसरे जिलों से भी लोग देखने आते है। इस जाग की खास बात यह है कि यहां पर...
कुल्लू (मनमिंदर): कुल्लू के पिपलाआगे गांव में मां नैणा देवी का जागरण हुआ। यहां माता के गूरों ने आग के अंगारों पर चलकर अपनी शक्ति को एक बार फिर से प्रमाणित किया। इस जाग को देखने के लिए प्रदेश के दूसरे जिलों से भी लोग देखने आते है। इस जाग की खास बात यह है कि यहां पर माता के गुर, चेलियां, जलते हुए आग के अंगारों पर चलकर अपनी शक्ति को एक बार फिर से प्रमाणित किया।
इस जाग को देखने के लिए हिमाचल प्रदेश के दूसरे जिलों से भी लोग देखने आते हैं और उनकी माता में गहरी आस्था और विश्वास है। इसी लिए देखने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भद्रकाली माता के पुजारी अमित महंत ने कहा कि माता नैणा की 18वीं जाग बड़ी धूमधाम से मनाई गई।
इसकी अदभुत बात यह है कि यहां पर माता के गुरु, चेलियां, माता का रथ आग के अंगारों पर चलता है और माता रानी की कृपा से किसी के भी पैर में आंच तक नहीं आती। ये सब माता की शक्ति से ही संभव है। जाग के दिन माता सभी भक्तों के दुःखों का निवारण करती है और सभी को मनवांछित फल प्रदान करती है। सभी भक्त नारियल लेकर आते हैं और माता रानी नारियल से सभी भक्तों के ग्रहों का निवारण करती है।