Edited By Updated: 19 May, 2017 10:16 AM
हमेशा की तरह किसी भी मामले को हल्के से लेने वाले स्वास्थ्य विभाग की पूरी तरह से पोल खुल गई है।
नेरवा : हमेशा की तरह किसी भी मामले को हल्के से लेने वाले स्वास्थ्य विभाग की पूरी तरह से पोल खुल गई है। शिवधार में फैले रहस्यमयी बुखार के जिस मामले को स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल हल्के से ले रहा था वह आई.जी.एम.सी. शिमला में जांच के बाद स्वाइन फ्लू का मामला निकला है। आई.जी.एम.सी. में 2 मामलों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। पी.एच.सी. कुपवी से मंगलवार को आई.जी.एम.सी. रैफर किए गए शिवधार निवासी रोहित (14) पुत्र अमर सिंह मांगटा को बुखार आने पर रात 10 बजे कुपवी पी.एच.सी. ले जाय गया।
इस बीमारी से 2 की हुई मौत
इसी प्रकार कपिल (15) पुत्र मंगत राम को भी कई दिन बुखार रहने के बाद सोमवार को अचानक तेज बुखार आने पर कुपवी अस्पताल ले जाया गया, जहां से दोनों को आई.जी.एम.सी. शिमला रैफर कर दिया गया था। 3 दिन से आई.जी.एम.सी. में दोनों का उपचार चल रहा है। इस दौरान जांच के बाद इनमें स्वाइन फ्लू पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है। आई.जी.एम.सी. शिमला के चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कुपवी अस्पताल से रैफर किए गए 2 बच्चों रोहित व कपिल में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। बता दें कि कुपवी के खुबडाली गांव में 2010 में भी स्वाइन फ्लू से 2 सगी बहनों की मृत्यु हो चुकी है व 4 अन्य को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई थी।