Edited By kirti, Updated: 18 Mar, 2020 01:59 PM
जिला मुख्यालय नाहन के समीप स्थित माता बाला सुंदरी गौशाला बेसहारा पशुओं के लिए सहारा बन रही है। यहां उन पशुओं को रखा जाता है, जो लोगों द्वारा सड़कों पर छोड़ दिए जाते है।
नाहन (सतीश शर्मा) : जिला मुख्यालय नाहन के समीप स्थित माता बाला सुंदरी गौशाला बेसहारा पशुओं के लिए सहारा बन रही है। यहां उन पशुओं को रखा जाता है, जो लोगों द्वारा सड़कों पर छोड़ दिए जाते है।
मौजूदा समय में गौ शाला में करीब 90 पशु रखे जा रहे है। जिनकी गौशाला में तैनात कर्मचारियों द्वारा देख-रेख की जाती है। पशु क्रूरता निवारण समिति की सचिव व पशुपालन विभाग की सहायक उप निदेशक डॉ. नीरू शबनम ने बताया कि इन सभी पशुओं को या तो लोगों द्वारा सड़कों पर छोड़ा गया था या कुछ पशु ऐसे हैं जो वाहनों की टक्कर में घायल हो गए थे।
उन्होंने कहा कि जैसे ही गाय दूध देना बंद कर देती है, तो लोग उन्हें सड़कों पर छोड़ देते हैं जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि गौशाला में पशुओं के गोबर और गोमूत्र से कई प्रकार की चीजें बनाई जा रही है। उनको गौ शाला में प्रदर्शित किया जाता है ताकि लोगों में यह मैसेज जाए की दूध नहीं तो कोई बात नही गोबर और गोमूत्र से भी हम इकोनामी अर्जित कर सकते है। गाय के गोबर से गौशाला में कई प्रकार की खादें भी तैयार की जा रही है जो बेहद उपयोगी मानी जाती है। खास बात यह भी है कि गौशाला में जो बेसहारा गाय लाई गई थी उसमें से 12 गाय की दुधारू भी हो चुकी है।