Edited By Ekta, Updated: 26 May, 2019 09:07 AM
लोकसभा चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद प्रदेश के चारों भाजपा सांसदों से इस बार लोगों की आशाएं भी अपार हैं। 17वीं लोकसभा में हमीरपुर से निवर्तमान सांसद अनुराग ठाकुर व मंडी से रामस्वरूप शर्मा के अलावा 2 नए सांसद कांगड़ा सीट से किशन कपूर और शिमला सीट से...
धर्मशाला (सौरभ सूद): लोकसभा चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद प्रदेश के चारों भाजपा सांसदों से इस बार लोगों की आशाएं भी अपार हैं। 17वीं लोकसभा में हमीरपुर से निवर्तमान सांसद अनुराग ठाकुर व मंडी से रामस्वरूप शर्मा के अलावा 2 नए सांसद कांगड़ा सीट से किशन कपूर और शिमला सीट से सुरेश कश्यप चुनकर आए हैं। नए सांसदों के सामने सर्वप्रथम अधर में लटके प्रोजैक्टों को पूरा करवाने और चुनाव के दौरान किए वायदों को धरातल पर उतारने की चुनौती रहेगी।
अनुराग के सामने चुनौतियां
- 83.74 किलोमीटर लंबी नंगल-तलवाड़ा रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण का काम जल्द पूरा करवाना। 63 किलोमीटर लंबी बिलासपुर से भानुपल्ली रेल लाइन के कार्य में तेजी लाना। धार्मिक पर्यटन सर्किट योजना के तहत हमीरपुर और ज्वालाजी को नई रेल लाइन से जोड़ना।
- बिलासपुर में प्रस्तावित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का तय समय पर निर्माण करवाना। ऊना में पी.जी.आई. के सैटेलाइट सैंटर को और सुदृढ़ करना।
- गगरेट व टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्रों में नए उद्योगों को लाकर युवाओं को रोजगार के अधिकाधिक अवसर मुहैया करवाना।
रामस्वरूप शर्मा के समक्ष चुनौतियां
- मंडी के बल्ह क्षेत्र में इंटरनैशनल एयरपोर्ट का काम जल्द शुरू करवाना। भुंतर एयरपोर्ट पर उड़ानों की संख्या बढ़ाना।
- राष्ट्रीय महत्व की परियोजना में शामिल मंडी से लेह रेल लाइन का काम धरातल पर शुरू करवाना। शानन प्रोजैक्ट को पंजाब से वापस लेना।
- जनजातीय इलाकों भरमौर और लाहौल-स्पीति में पर्यटन की दृष्टि से नई योजनाएं शुरू करवाना। आधारभूत ढांचे का विकास करना।
किशन कपूर के सामने चुनौतियां
- चंबा के सीकरीधार में 4 दशक से अधूरे पड़े सीमैंट प्लांट का निर्माण कार्य शुरू करवाना।
- 164 किलोमीटर लंबे पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग को ब्रॉडगेज में परिवर्तित कर इसका मंडी तक विस्तार करवाना।
- कांगड़ा में आलू आधारित उद्योग की स्थापना करवाना। संसदीय हलके के औद्योगिक क्षेत्रों में नए उद्योगों की स्थापना। जिला कांगड़ा में अधूरे रोप-वे प्रोजैक्ट पूरे करवाना।
सुरेश कश्यप के सामने चुनौतियां
- जिला सिरमौर के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलवा उनकी लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करवाना।
- ऊपरी क्षेत्र के बागवानों के हित के लिए सेब आयात पर शुल्क बढ़वाना। मंडियों में बागवानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलवाना। फल आधारित उद्योगों की स्थापना करवाना।
- पड़ोसी राज्यों हरियाणा व पंजाब के साथ मिलकर बद्दी से चंडीगढ़ रेल लाइन का काम शुरू करवाना।