Edited By Vijay, Updated: 15 Mar, 2019 11:12 PM
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस किन चारों चेहरों पर दाव लगाएगी, इसको लेकर संशय बरकरार है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों को लेकर जो सर्वे करवाया है, उसमें वरिष्ठ नेता ही सबसे सशक्त उम्मीदवार उभर कर...
शिमला: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस किन चारों चेहरों पर दाव लगाएगी, इसको लेकर संशय बरकरार है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों को लेकर जो सर्वे करवाया है, उसमें वरिष्ठ नेता ही सबसे सशक्त उम्मीदवार उभर कर सामने आए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा करवाए गए इस सर्वे में मंडी संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को सबसे सशक्त उम्मीदवार बताया गया है। इसी तरह हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री, कांगड़ा संसदीय सीट से आशा कुमारी और शिमला संसदीय क्षेत्र से विधायक डा. धनीराम शांडिल का नाम है।
प्रदेश में वीरभद्र का अपना एक अलग जनाधार
वीरभद्र सिंह 6 बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। प्रदेश में उनका अपना एक अलग जनाधार है। वीरभद्र सिंह के साथ-साथ उनकी धर्मपत्नी भी मंडी सीट से सांसद रह चुकी हैं। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर भी उन्हें सबसे सशक्त उम्मीदवार बता चुके हंै। ऐसे में यदि पार्टी उन्हें चुनावी मैदान में उतारती है तो मुकाबला रोचक होगा। हालांकि वीरभद्र सिंह चुनाव लडऩे से इंकार करते आ रहे हैं। कांगड़ा संसदीय सीट से पंजाब की प्रभारी एवं विधायक आशा कुमारी को मजबूत दावेदार बताया जा रहा है। आशा कुमारी 6 दफा विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं। कांग्रेस की तेजतर्रार नेत्रियों में उनका नाम शुमार है। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर संगठन के अहम पदों पर वह कार्य कर चुकी हैं।
सांसद अनुराग ठाकुर के खिलाफ अग्रिहोत्री सबसे सशक्त प्रत्याशी
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में सांसद अनुराग ठाकुर को चुनौती देने के लिए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सर्वे में नंबर वन हैं। पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू भी अग्रिहोत्री को सबसे सशक्त दावेदार बता चुके हंै। मुकेश अग्रिहोत्री 4 दफा विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार में वह मंत्री पद पर भी रह चुके हैं।
शिमला से शांडिल का नाम सबसे आगे
शिमला संसदीय क्षेत्र से विधायक कर्नल धनीराम शांडिल सशक्त दावेदारों में सबसे आगे हैं। प्रदेश कांग्रेस भी कर्नल शांडिल के नाम की पैरवी कर रही है, ऐसे में कांग्रेस उन्हें शिमला सीट का टिकट थमा चुकी है। उन्होंने शिमला सीट से टिकट के लिए आवेदन भी किया था।
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में होगा आगामी फैसला
17 मार्च को दिल्ली में प्रस्तावित स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में अब आगामी निर्णय लिया जाएगा। पार्टी पदाधिकारी बताते हैं कि जिस नेता को हाईकमान चुनाव लडऩे को कहेगा, उसे हर सूरत में चुनावी मैदान में उतरना ही पड़ेगा, ऐसे में यदि हाईकमान के सर्वे पर टिकट आबंटित हुए तो कांगे्रस टिकट पर चुनावी मैदान में उतरने वाले कई चेहरों को निराशा हाथ लग सकती है।