Edited By Jinesh Kumar, Updated: 18 Oct, 2018 12:12 PM
विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी धाम में विश्व विख्यात कथा वाचक संत मोरारी बापू ने रामायण कथा को बताते हुए भक्तों से कहा कि जब जब धरती पर पाप बड़ा है भगवान ने अवतार लेकर जनता का उद्धार किया है। जो भक्त सच्चे मन से प्रभु का सुमिरन करता है उसके...
ज्वालामुखी (कौशिक) : विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी धाम में विश्व विख्यात कथा वाचक संत मोरारी बापू ने रामायण कथा को बताते हुए भक्तों से कहा कि जब जब धरती पर पाप बड़ा है भगवान ने अवतार लेकर जनता का उद्धार किया है। जो भक्त सच्चे मन से प्रभु का सुमिरन करता है उसके दुखों को भगवान हर लेते है। उन्होंने कहा कि क्या अपना है क्या पराया है सब कुछ छोड़ के ही तो जाना है इसलिए क्यों धन के पीछे अंधी दौड़ लगाई हुई है प्रभु सुमिरन से ही मोक्ष मिलेगा इसलिए हे मन विचलित न हो प्रभु चिंतन में ध्यान लगा असीम शांति, बल की प्राप्ती होगी। संत मोरारी बापू ने पाखंडवाद पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि धर्म को व्यापार बनाने वालों की आज नहीं तो कल दुर्दशा होगी ही। इसलिए हे मानव तू श्रम कर और मेहनत की खा ताकि तेरा शरीर न थके जो मेहनत करते हे वे कभी नहीं थकते। थकेगा हमेशा ही मेहनत न करने वाला। उन्होंने कहा कि आश्रम की जरूरत नहीं है केवल मात्र श्रम की जरूरत है। प्रभु शरणागत को कभी निराश नहीं करते है। रामायण कथा का श्रवण करने वाले हमेशा दीर्घायु को प्राप्त होते है। उन्होंने जहां भगवान श्री राम के जन्म के प्रसंग का वर्णन कर श्रोताओं का मन मोहा वहीं भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का भी बखान कर उनके पराक्रम से लोगों को अवगत कराया। संत मोरारी बापू ने कहा कि दान से बड़ी कोई चीज नहीं है और झूठ से बड़ा कोई पाप नहीं है। उन्होंने काम क्रोध,मोह लोभ जैसे कुकृत्यों से दूर रहने और प्रभु सुमिरन में ध्यान लगाने का संदेश दिया।