Edited By prashant sharma, Updated: 08 Feb, 2021 05:26 PM
हिमाचल प्रदेश के बजट सत्र से पहले विधायक प्राथमिकताओं को लेकर दो दिन तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है। पहले दिन दोपहर तक चम्बा, सिरमौर तथा ऊना ज़िलों के विधायकों के साथ बैठक हुई।
शिमला : हिमाचल प्रदेश के बजट सत्र से पहले विधायक प्राथमिकताओं को लेकर दो दिन तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है। पहले दिन दोपहर तक चम्बा, सिरमौर तथा ऊना ज़िलों के विधायकों के साथ बैठक हुई। उसके बाद मंडी, कुल्लू तथा बिलासपुर ज़िलों के विधायकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में निकलने के बाद विपक्ष के नेता सरकार पर खूब बरसे। जबकि मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन साल में सरकार ने राजनीति से ऊपर उठकर सभी विधायकों के कार्यों को प्राथमिकता से किया है।
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि सरकार विधायक प्राथमिकताओं की बैठकों में महज़ खाना पूर्ति कर रही है। विपक्ष के विधायकों की प्राथमिकताओं को कभी पूरा नही किया जाता है। जब मुख्यमंत्री से इसके बारे में पूछा तो मुख्यमंत्री कहते है कि आपकी सरकार में भी ऐसा ही होता था। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार को नई परम्पराओं की शुरुआत करनी चाहिए क्योंकि विधायक लोकतंत्र की मजबूत कड़ी है।
उधर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में विधायकों की प्राथमिकताओं को पूरी तरज़ीह दी जाती है। मुख्यमंत्री ने माना कि फॉरेस्ट क्लीयरेंस की वजह से हिमाचल 600 प्रोजेक्ट लटके पड़े है यदि यही हालत रहे तो सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा न खटखटाना पड़े। 15 वें वित्त आयोग से हिमाचल के फंड्स में कोई कमी नही आएगी हां योजनाओं के नामों में फ़ेरबदल हो सकता है। कांगड़ा व हमीरपुर ज़िलों के विधायकों के साथ बैठक 9 फरवरी को प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक जबकि लाहौल स्पीति, किन्नौर, सोलन और शिमला ज़िलों के विधायकों की बैठक दोपहर बाद 2.00 बजे से सांय 5.00 बजे तक आयोजित की जाएंगी।