Edited By kirti, Updated: 13 Mar, 2020 01:37 PM
गेंहूं की बंपर फसल के अरमान दिल में लिए जिला ऊना के किसानों पर पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने कहर ढा दिया है। खेतों में खड़ी गेंहू की फसल बारिश के चलते ढह गई है, जिससे किसानों की साल भर की
ऊना/हमीरपुरसोलन (अमित/पाल/अरविंदर): गेंहूं की बंपर फसल के अरमान दिल में लिए जिला ऊना के किसानों पर पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने कहर ढा दिया है। खेतों में खड़ी गेंहू की फसल बारिश के चलते ढह गई है, जिससे किसानों की साल भर की मेहनत बेकार होने के कागार पर खड़ी है। अगर एक-दो तीन तक मौसम का ऐसा ही हाल रहा था, तो सारी की सारी फसल बर्बाद हो जाएगी। बता दें कि जिला ऊना में पिछले करीब पांच दिनों से बारिश जारी है, लेकिन वीरवार रात को बारिश व ओलावृष्टि ने गेंहू की फसल को बर्बाद कर दिया। खेतों में खड़ी फसलें ढह गई है। खेतों में फसल में भरोसे जीवन यापन करने वाले किसान अब सरकार की ओर मुआवजे के लिए देखने लगे हैं। कर्ज में डूबे किसानों के सामने संकट और अधिक बढ़ गया है।
किसानों ने कर्जा लेकर फसलें बोई और इस बार किसानों के खेतों में फसलें भी बंपर हुई थी, लेकिन बारिश ने उनके अरमानों को धो दिया। जिला के किसानों का कहना है कि इस बार गेंहू की फसल बहुत अच्छी थी। अच्छी पैदावार की उम्मीद भी थी, लेकिन बिन मौसम हुई लगातार बारिश के चलते गेंहू की आधे से ज्यादा फसल बर्बाद हो गई है। कृषि उपनिदेशक की माने तो इस बार ऊना जिला में गेंहूं की बंपर फसल की पैदावार होने की उम्मीद थी लेकिन बेमौसम बारिश ने फसलों को भारी नुक्सान पहुंचाया है। कृषि उपनिदेशक की माने तो बुधवार तक विभाग द्वारा 5 करोड़ 70 लाख के नुक्सान का आकलन प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है लेकिन वीरवार रात आंधी और ओलावृष्टि से हुए नुक्सान का भी शीघ्र आकलन कर रिपोर्ट सरकार को भेज दी जाएगी। कृषि उपनिदेशक ने बताया कि गेंहूं के साथ ही सब्जी की फसलों को भी नुक्सान पहुंचा है।
हमीरपुर
हमीरपुर जिला में गत दो दिनों से हो रही बेमौसमी बारिश की वजह से किसानों के माथे पर अब चिंता की लकीरें गहरी होती जा रही है। बारिश की वजह से फसले खराब हो रही है और खेतों में पानी जमा होने से गेहूं की फसल बर्बाद होने के कगार पर है। कुछ दिन पहले पीला रतुआ की मार झेल रहे किसानों की बेमौसमी बारिश ने कमर ही तोड दी है। जिला के कुछ एक जगहों में ओलावृष्टि भी हुई है जिससे आडू, आम, नींबू, सरसो की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिला के बडसर, भोरंज, नादौन, सुजानपुर, हमीरपुर में दिन रात भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। किसानों की माने तो फसलों पर कुछ दिन पहले ओलावृष्टि होनेे से फसल काफी हद तक खराब हो गई थी लेकिन उसके बाद भी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है जिसके चलते जो बची हुई फसल थी वह भी खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी है। किसानों के चेहरों पर शिकन देखी जा रही है क्योंकि महंगाई के दौर में फसल के बर्बाद होने से गुजारा करना दूभर बनेगा। किसानों ने सरकार से मांग की है कि फसल के खराब होने के चलते मुआवजा दिया जाए।
डलहौजी
डलहौजी मैं पिछले 2 दिनों से ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हो रही है। आज सुबह भी डलहौजी के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। जिससे तापमान में काफी गिरावट आ गई है और सर्दी बढ़ गई है। इस बार पहाड़ों में बर्फ और सर्दी बहुत लंबी हो गई है और जाने का नाम नहीं ले रही। पिछले साल अक्टूबर से शुरू हुई बर्फबारी और सर्दी मार्च महीने में भी जाने का नाम नहीं ले रही है जबकि डलहौजी के पर्यटन व्यवसाई नए पर्यटन सीजन का डलहौजीमें इंतजार कर रहे हैं। डलहौजी के पर्यटन व्यवसायियों कोडर है एक तरफ कोरोना वायरस का खौफ और दूसरी ओर मौसम का असंतुलित होना कहीं आने वाले पर्यटक सीजन को बिगाड़ना दे। आज सुबह डलहौजी के गांधी चौक में बर्फबारी और ओले पड़ने का ताजा लाइव वीडियो।
सोलन
सोलन में पिछले कई दिनों से जारी बारिश से भारी नुकसान हुआ है। शुक्रवार को सोलन के वार्ड नंबर 1 में डंगा गिरने से करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। नगर परिषद के कर्मचारियों ने सुबह नुकसान का जायजा लिया। इसके साथ ही वार्ड नंबर 1 में उदय विहार में रानी देवी के घर का डंगा गिरने से करीब 40000 का नुकसान हुआ है। इसके अलावा शहर में कई जगह डंगे व पेड़ गिरे हैं। रात के समय गिरे ओलों से जिला के कई क्षेत्रों में मटर की फसल को नुकसान हुआ है।