Edited By prashant sharma, Updated: 01 Mar, 2021 11:56 AM
प्रदेश में मौसम में परिवर्तन होने के साथ ही भूस्खलन और हिमखंड के गिरने का खतरा बना हुआ है। मनाली लेह मार्ग पर यह खतरा अधिक रहता है। इसके साथ ही लाहौल में कई जगहों पर हिमखंड खिसक रहे हैं।
कुल्लू : प्रदेश में मौसम में परिवर्तन होने के साथ ही भूस्खलन और हिमखंड के गिरने का खतरा बना हुआ है। मनाली लेह मार्ग पर यह खतरा अधिक रहता है। इसके साथ ही लाहौल में कई जगहों पर हिमखंड खिसक रहे हैं। सोमवार सुबह जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के मूलिंग में मनाली-केलांग राष्ट्रीय राजमार्ग चट्टानें गिरने से अवरूद्ध हो गया। ऐसे में मनाली-केलांग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही थम गई। सूचना मिलते ही बीआरओ ने मशीनरी मौके पर भेजी। सुबह सात से ग्यारह बजे तक दोनों तरफ वाहन फंसे रहे। हालांकि वाहनों की संख्या अधिक नहीं थी। लेकिन सड़क अवरूद्ध होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क को चार घंटे बाद वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया गया। गौर रहे कि रविवार को लाहौल के उदयपुर और धुंधी में हिमखंड गिरे थे। अटल टनल रोहतांग को फिलहाल पर्यटकों के लिए बंद रखा गया है। हिमस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरतने की अपील की है। पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने कहा कि खतरे को देखते हुए लोग यात्रा करने से बचें।