Edited By kirti, Updated: 14 Apr, 2019 02:00 PM
सुविधाओं के अभाव में बैजनाथ विस के तहत गांव करोट के सैंकड़ों बाशिंदों ने लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। गांव वासियों का कहना है कि दोनों ही सरकारों ने गांव को महज वोट बैंक तक सीमित रखा है।
पपरोला : सुविधाओं के अभाव में बैजनाथ विस के तहत गांव करोट के सैंकड़ों बाशिंदों ने लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। गांव वासियों का कहना है कि दोनों ही सरकारों ने गांव को महज वोट बैंक तक सीमित रखा है। गांव वासियों का कहना है कि आजादी के 7 दशक बीतने के बावजूद गांव में पक्की सड़क तक नहीं पहुंचाई जा सकी है। इसके अलावा गांव में हैल्थ सैंटर की घोषणा मात्र कागजों तक सीमित रही। इसके अलावा गांव के लोगों को राशन लेने के लिए गांव से 4 किलोमीटर दूर गांव के संकरे रास्तों से लाना पड़ता है।
गांव वासियों का कहना है कि सुविधाओं के अभाव से वंचित रखकर सरकारों ने उनके दुख-दर्द को समझना तक गवारा नहीं समझा, जिसके चलते गांव वासियों ने पक्का मन बना लिया है कि इस बार वे लोकसभा चुनावों में अपने मत का प्रयोग किसी भी दल के लिए नहीं करेंगे। गांव के लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक किशोरी लाल ने गांव में पक्की सड़क पहुंचाने का वायदा किया था और वर्तमान विधायक मुल्ख राज पे्रमी ने भी अपना वायदा पूरा नहीं किया। इस बाबत बैजनाथ निर्वाचन क्षेत्र के पीठासीन अधिकारी व एस.डी.एम. बैजनाथ रामेश्वर दास ने कहा कि जल्द ही वे गांव में जाकर लोगों को लोकसभा चुनावों में मतदान करने को लेकर प्रोत्साहित करेंगे।