Edited By kirti, Updated: 09 Sep, 2018 10:40 AM
आजादी के 70 साल बीतने के बावजूद पंचायत नागाबाड़ी के तहत गांव चरूड़ी-खोबड़ को सड़क नसीब नहीं हो सकी है। इस कारण आज भी गंभीर रूप से बीमार मरीजों को चारपाई पर उठाकर मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। बताया जाता है कि 2015-16 में विधायक प्राथमिकता योजना के...
नूरपुर : आजादी के 70 साल बीतने के बावजूद पंचायत नागाबाड़ी के तहत गांव चरूड़ी-खोबड़ को सड़क नसीब नहीं हो सकी है। इस कारण आज भी गंभीर रूप से बीमार मरीजों को चारपाई पर उठाकर मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। बताया जाता है कि 2015-16 में विधायक प्राथमिकता योजना के तहत इस सड़क को बनाए जाने की योजना संबंधित विभाग को भेजी गई थी।
जानकारी के अनुसार एक तरफ रेल लाइन तथा गांव से मुख्य सड़क तक के बीच की जगह पर वन भूमि होने के कारण विभाग को तकनीकी बाधाओं का सामना करना पड़ा तथा सड़क अस्तित्व में आने से रह गई। उक्त पंचायत के वार्ड मैंबर राजेश कुमार का कहना है कि इतने लंबे अंतराल में इन बाधाओं को सरकारी स्तर पर दूर किया जाना चाहिए ताकि लोगों को गांव तक आने-जाने तथा मरीज को चारपाई पर डालकर लाने के अभिशाप से मुक्ति मिल सके।
इस संबंध में पी.डब्ल्यू.डी. नूरपुर के एक्सियन प्रकाश धीमान ने कहा कि उक्त क्षेत्र का 80 प्रतिशत भाग जंगल है तथा पहले वन विभाग से मामला उठाया गया था लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। अब नए सिरे से मामला बनाकर भेजा जा रहा है।