Edited By kirti, Updated: 16 Sep, 2018 10:26 AM
हमेशा चर्चा में रहने वाली ऐतिहासिक महिमा लाइब्रेरी में सुविधाओं के अभाव के चलते छात्र पाठकों में रोष पनप रहा है। इस लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए पहुंचने वाले छात्रों की संख्या 200 का आंकड़ा पार कर चुकी है लेकिन बैठने के लिए जगह ही नहीं है। इस...
नाहन(सतीश) : हमेशा चर्चा में रहने वाली ऐतिहासिक महिमा लाइब्रेरी में सुविधाओं के अभाव के चलते छात्र पाठकों में रोष पनप रहा है। इस लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए पहुंचने वाले छात्रों की संख्या 200 का आंकड़ा पार कर चुकी है लेकिन बैठने के लिए जगह ही नहीं है। इस लाइब्रेरी में महज 96 लोगों के बैठने की कैपेसटी है, जो नाकाफी है। सीट से वंचित रहने पर कई बार छात्रों को लाइब्रेरी के बाहर ही अध्ययन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बरसात के समय लाइब्रेरी के अध्ययन हाल में पानी भी टपकता है। वाशरूम तक की सुविधा लाइब्रेरी में नहीं है। कई छात्र फर्श पर बैठकर अध्ययन करने में जुटे हैं।
लाइब्रेरी में सीटिंग कैपेसटी समेत अन्य असुविधाओं के मसले पर पीजी कालेज नाहन के पीटीए अध्यक्ष प्रताप सिंह रावत की अगुवाई में सभी छात्र रोष प्रदर्शन करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। जहां छात्रों ने समस्या का समाधान मांगा। कई दशक पहले नाहन में इस लाइब्रेरी का निर्माण यहां के तत्कालीन शासक कर्म प्रकाश द्वारा द्वारा अपनी बेटी महिमा के नाम पर किया गया था ताकि यहाँ शहर अछे वातावरण में पढाई केलिए एक अच्छा स्थान मिल सके मगर आज असुविधाओं का अंबार है और कोई भी इस समस्या को लेकर गंभी नही है ।