Edited By Ekta, Updated: 06 Nov, 2019 11:28 AM
जिला में स्थित बंदला पैराग्लाइडिंग साइट को अधिकारिक अनुमति मिलने के बाद इस साइट पर पैराग्लाइडर्ज की भीड़ लगना शुरू हो गई है। यह साइट पैराग्लाडिंग के पायलटों के लिए सबसे सुरक्षित साइट के तौर पर पहली पसंद बनती जा रही है। पायलटों के अनुसार बिलिंग या...
बिलासपुर (प्रकाश): जिला में स्थित बंदला पैराग्लाइडिंग साइट को अधिकारिक अनुमति मिलने के बाद इस साइट पर पैराग्लाइडर्ज की भीड़ लगना शुरू हो गई है। यह साइट पैराग्लाडिंग के पायलटों के लिए सबसे सुरक्षित साइट के तौर पर पहली पसंद बनती जा रही है। पायलटों के अनुसार बिलिंग या मनाली की तुलना में इस साइट पर विस्तृत और सुरक्षित उतराव स्थल गोबिंद सागर झील का तट लुहणू मैदान है। शायद ही दूसरा कोई और स्थान हो जहां पर उतराव स्थल के साथ इतनी विशाल झील है। इन दिनों मनाली के पैराग्लाइडर्ज का 15 सदस्यीय एक गु्रप बिलासपुर में एडवांस पैराग्लाइडिंग कोर्स एस.आई.वी. यानी सिमुलेशन इंसीडैंट इन वॉल कर रहा है।
कोर्स के दौरान पायलटों को रिजर्व पैराशूट डिप्लॉय करने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसमें यदि आसमान में उड़ते समय कोई आपातकालीन स्थिति आ जाए तो पैराग्लाइडर में एक रिजर्व पैराशूट भी होता है, जिसकी मदद से सेफ लैंडिंग की जा सकती है। कोर्स के दौरान विशेष रूप से रैस्क्यू टीम नियुक्त की गई है। हिमाचल प्रदेश पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के महासचिव अतुल खजूरिया ने बताया कि अधिकारिक अनुमति मिलने के बाद देशभर के पायलट एडवांस कोर्स के लिए बंदला पैराग्लाइडिंग साइट का रुख कर रहे हैं। इस साइट के उतराव स्थल के साथ काफी विशाल झील है, इसलिए देश-विदेश के पैराग्लाइडर पायलट यहां अभ्यास व प्रशिक्षण के लिए आते रहेंगे।