Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Jun, 2018 01:57 PM
आबकारी विभाग अपने फायदे के लिए इस कद्र आंखें मूंदे हुए है कि उसकी लापरवाही का खमियाजा किसे भुगतना पड़ेगा, इस बात की उसे कोई परवाह नहीं है। इस बात का प्रमाण बालू पुल के पास सड़क के किनारे खुले शराब के ठेके के रूप में देखा जा सकता है। यह शराब का ठेका...
चम्बा : आबकारी विभाग अपने फायदे के लिए इस कद्र आंखें मूंदे हुए है कि उसकी लापरवाही का खमियाजा किसे भुगतना पड़ेगा, इस बात की उसे कोई परवाह नहीं है। इस बात का प्रमाण बालू पुल के पास सड़क के किनारे खुले शराब के ठेके के रूप में देखा जा सकता है। यह शराब का ठेका एक शिक्षण संस्थान के ठीक सामने महज 20 कदम की दूरी पर मौजूद है। इस निजी शिक्षण संस्थान में छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त करते हैं। ऐसे में आबकारी एवं कराधान विभाग के इस कारनामे को देखकर हर कोई यही कहने के लिए मजबूर हो रहा है कि विभाग अपनी कमाई के लिए इस हद तक गिर सकता है, यह बेहद अफसोस की बात है। राकेश कुमार, जितेंद्र सिंह, कुलदीप कुमार, हेमराज व मान सिंह का कहना है कि उक्त निजी शिक्षण संस्थान में युवक-युवतियां शिक्षण व प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, ऐसे में उक्त निजी शिक्षण संस्थान के ठीक सामने शराब के ठेके को खोलने का कोई औचित्य नहीं बनता है।
शिक्षण संस्थानों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री
इस ठेके की मौजूदगी से उन आदेशों की सरेआम अवहेलना हो रही है, जिनमें आबकारी एवं कराधान विभाग को निर्देश हैं कि किसी भी मंदिर व शिक्षण संस्थान के 100 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों को नहीं बेचा जा सकता है। उधर, लोगों का यह भी कहना है कि पुलिस ने पिछले दिनों जिला के कुछ शिक्षण संस्थानों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर शिकंजा कसते हुए ऐसे दुकानदारों के खिलाफ तो कार्रवाई को अंजाम दिया है लेकिन हैरानी की बात है कि एक शिक्षण संस्थान के ठीक सामने शराब का ठेका खुला हुआ है लेकिन अभी तक पुलिस की उस पर नजर नहीं पड़ी है। लोगों ने आबकारी एवं कराधान विभाग तथा पुलिस विभाग से इस शराब के ठेके को यहां से हटाने की मांग की है।